रांची: शनिवार को खेल मंत्री हफीजुल हसन के साथ राज्य के कई खेल संघों की एक अहम बैठक हुई. जिसमें खेल संघों ने अपनी परेशानियों को रखा तो खेल विभाग की ओर से मंत्री ने भी अपनी बात रखी. खेल मंत्री के साथ बैठक में खेल नीति के गठन को लेकर कई संघों की ओर से मांग उठाई गई. शनिवार को खेल मंत्री के आवास पर राज्य के तमाम खेल संघों के साथ खेल मंत्री की एक अहम बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक के दौरान खेल विभाग अपनी समस्याओं का रख रहा था. संघ के प्रतिनिधियों ने विभाग के अधिकारियों और खेल संघों के पदाधिकारियों के बीच बेहतर सामंजस्य न होने की बात कही है. बताते चलें कि झारखंड में अब तक खेल नीति का गठन नहीं हुआ है. कई बार इसे लेकर चर्चाएं हुई बैठकें भी हुई विचार-विमर्श भी हुआ लेकिन कोई फैसला नहीं हो सका है. इसे लेकर भी खेल संघ के पदाधिकारियों ने नाराजगी जाहिर की है.
दूसरी और झारखंड खेल प्राधिकरण के निदेशक किसी भी खेल संघ के पदाधिकारी से मुलाकात नहीं करते हैं ना ही खेल और खिलाड़ियों के विकास को लेकर कोई चर्चा करते हैं .इस संबंध में भी खेल मंत्री को अवगत कराया गया. ना तो समय पर खिलाड़ियों को खिलाड़ी स्कॉलरशिप का लाभ मिल रहा है और ना ही उनके लिए बनाए गए योजनाओं का फायदा ही पहुंचाया जा रहा है. खेल संघ और खेल विभाग के बीच एक दूरी होने की वजह से यह समस्याएं आ रही है.
मुख्यमंत्री से खेल मंत्री करेंगे बात
बैठक के बाद खेल मंत्री ने कहा है कि खेल संघों की परेशानियों के साथ-साथ खेल विभाग अपनी समस्याओं से भी लोगों को अवगत कराया है .मुख्यमंत्री खुद खेल और खिलाड़ियों के विकास को लेकर संजीदा है. इनकी शिकायतों को मुख्यमंत्री तक पहुंचाएंगे और राज्य में खेल का एक बेहतर माहौल बनाया जाएगा.
राष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ियों से की मुलाकात
वहीं खेल मंत्री हाफिज उल हसन ने अपने आवास में राष्ट्रीय राइफल शूटिंग खिलाड़ी आकाश कुजूर समेत कई खिलाड़ियों से मुलाकात की है. और उन्हें सम्मानित किया है. इस दौरान खिलाड़ियों ने भी अपनी अपनी समस्याओं को मंत्री के समक्ष रखा है. खिलाड़ियों ने कहा कि शूटिंग राइफल की कीमत काफी अधिक है और इसे खरीदना आर्थिक रूप से कमजोर खिलाड़ियों के लिए संभव नहीं है. अगर खेल विभाग उन्हें किट मुहैया करा दे तो वह अपनी प्रतिभा को बेहतर तरीके से निखार पाएंगे.