Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    17 Jun, 2025 ♦ 7:47 PM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»झारखंड»अपराध के प्रति जीरो टोलरेंस की नीति पर होगी झारखण्ड पुलिसिंग : डीजीपी
    झारखंड

    अपराध के प्रति जीरो टोलरेंस की नीति पर होगी झारखण्ड पुलिसिंग : डीजीपी

    Team JoharBy Team JoharAugust 4, 2024No Comments5 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    रांची। राज्य में सुरक्षित माहौल के लिए पुलिस प्रशासन गंभीरता से कार्रवाई कर रहा है. अपराध और अपराधी पर किसी प्रकार की कोताही नहीं बरती जायेगी. अपराधियों पर सख्ती के लिए पूरे राज्य में अभियान शुरू किया जा रहा है. महिलाओं की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता में है. महिला थाना को भी निर्देशित किया गया है कि शहर के स्कूल, कॉलेजों में जाकर छात्राओं से संपर्क करें, उनसे ग्राउंड रियलिटी का पता लगायें और छेडखानी जैसी घटनाओं पर पूरी सख्ती बरतें. चैंबर भी बताये कि शहर में ऐसे कौन कौन स्थान हैं जहां अड्डेबाजी, छेडखानी या अवैध कारोबार हो रहे हैं. एसएसपी इसपर त्वरित कार्रवाई करें. उक्त बातें फेडरेशन ऑफ झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज द्वारा चैंबर भवन में आयोजित बैठक में डीजीपी झारखण्ड अनुराग गुप्ता ने कहीं.

    बैठक का संचालन करते हुए चैंबर के पूर्व अध्यक्ष विनय अग्रवाल ने क्राइम कंट्रोल के लिए थाना स्तर पर प्रत्येक माह पुलिस व्यवसायी बैठक के आयोजन की बात कही. साथ ही उन्होंने घटनाओं के उद्भेदन में पुलिस प्रशासन की तत्परता की सराहना की. चैंबर अध्यक्ष किशोर मंत्री ने प्रदेश में भयमुक्त माहौल के लिए ठोस कार्रवाई की आवश्यकता बताई. चैंबर अध्यक्ष के आग्रह पर डीजीपी ने कहा कि होटल्स की दैनिक रिपोर्ट देने के लिए अब थानों में जाने की जरूरत नहीं पडेगी. होटल संचालक ऑनलाइन रिपोर्ट जमा कर सकते हैं. यह व्यवस्था जल्द ही शुरू की जायेगी.

    चैंबर महासचिव परेश गट्टानी ने प्रदेश की विधि व्यवस्था से जुडी समस्याओं पर डीजीपी को एक ज्ञापन भी सौंपा. यह भी कहा विश्वप्रसिद्ध श्रावणी मेला को देखते हुए देवघर जिले में 12000 से अधिक पुलिस बलों की तैनाती की गई है किंतु प्रॉपर ब्रीफिंग की कमी के कारण उनकी सक्रियता देखने को नहीं मिल रही है. इसी प्रकार गुमला जिले के पूर्वी क्षेत्र में एक अतिरिक्त थाना का निर्माण करने, गिरिडीह ट्रॉफिक थाना में पर्याप्त संख्या में प्रशिक्षित ट्रॉफिक पुलिस की पदस्थापना करने, भू-माफियाओं की सक्रियता पर अंकुश लगाने, साहेबगंज में रिवर थाना का निर्माण करने, साइबर क्राइम के मामलों के निपटारे हेतु अतिरिक्त पदाधिकारियों की नियुक्ति करने, बडे क्षेत्र वाले थानों को चिन्हित कर वहां टीओपी का सृजन करने, टाइगर मोबाइल को टीओपी लेवल तक सक्रिय करने की बात भी कही, जिसपर डीजीपी ने उचित विचार के लिए आश्वस्त किया.

    ओपन सेशन के दौरान उपस्थित व्यापारियों ने भी विधि व्यवस्था से जुडी समस्याएं डीजीपी के संज्ञान में लाईं। शहर में वाहनों की बढती संख्या के बावजूद एक भी अतिरिक्त डेडीकेटेड पार्किंग एरिया नहीं बढाने से होनेवाली कठिनाई पर पूर्व अध्यक्ष कुणाल अजमानी ने चिंता जताई। यह भी कहा कि हम सारे नॉर्म्स का पालन करके मॉल्स, हॉस्पिटल का निर्माण करते हैं किंतु इन जगहों पर ट्रॉफिक पुलिस नहीं होने के कारण लोग सडकों पर गाडियां पार्क करते हैं जिस कारण आए दिन विवाद होते हैं। डीजीपी ने इस बात को स्वीकार किया कि शहर की सबसे बडी समस्या रोंग पार्किंग की समस्या है। उन्होंने मौके पर ही ट्रॉफिक एसपी को निर्देशित किया कि गलत पार्किंग पर पहले स्टीकर सटायें, फोटो खींचे, समय से गाडी नहीं हटी तो कार्रवाई करें ताकि पब्लिक को कठिनाई नहीं हो। यह भी कहा कि डेडिकेटेड पार्किंग के लिए संबंधित विभाग से भी चैंबर को वार्ता करनी चाहिए।

    लघु मालवाहक वाहनों के परिचालन को सीमित करने से होनेवाली समस्या को व्यवहारिक बताते हुए डीजीपी ने ट्रॉफिक एसपी को इसपर पुनर्विचार करते हुए वैकल्पिक उपाय करने के लिए निर्देशित किया। यह कहा कि ऐसा उपाय करें जिससे ट्रॉफिक अवरूद्ध न हो और व्यापार भी प्रभावित न हो। इस नियम को पूरे शहर में प्रभावी नहीं किया जाय। वीकेंड के लिए कुछ अलग व्यवस्था पर भी विचार हो। डीजीपी के प्रश्न पर एसएसपी और ट्रॉफिक एसपी ने अवगत कराया कि इस निर्णय को अभी इन्फोर्स नहीं किया गया है।

    शहर में जाम की समस्या पर चिंता जताते हुए डीजीपी ने सभी व्यापारियों से अपनी दुकान के सामने व्यवसायिक गतिविधि संचालित नहीं करने की अपील की। यह भी अपील की कि व्यापारी अपनी दुकान, भवन के सामने सीसीटीवी कैमरा जरूर अधिष्ठापित करें ताकि अपराध पर नियंत्रण बनाने में मदद मिल सके। पूर्व अध्यक्ष आरके सरावगी ने शहर में ट्रॉफिक पुलिस बल की संख्या में वृद्धि की बात कही। पंडरा कृषि मंडी में असामाजिक तत्वों की सक्रियता और अड्डेबाजी की जानकारी मिलने पर डीजीपी ने नाराजगी जताई और कहा कि जब पंडरा में टीओपी है, तो हमारी पुलिस क्या कर रही है ? उन्होंने एसएसपी को निर्देशित किया कि एक सप्ताह के अंदर शहर के ऐसे सभी जगहों को चिन्हित करके, मुझे सूचित करें कि अडडेबाजी बंद हुई या नहीं।

    दुकानदारों के आग्रह पर डेली मार्केट थाना के पास आम पब्लिक के लिए पार्किंग की उपलब्धता के लिए डीजीपी ने एसएसएपी को इसका रिव्यू करने के लिए निर्देशित किया। उन्होंने यह भी कहा कि एसएसपी एक ग्रुप का गठन कर, उसमें चैम्बर, आर्किंटेक्ट और शहर की ट्रॉफिक व्यवस्था के जानकार लोगों को शामिल करें, उनके साथ बैठक करके, रांची के ट्रॉफिक व्यवस्था के हर प्वाइंट की समीक्षा कर, अपनी रिपोर्ट सौंपें। शहर हमारा है, हम सभी मिलकर अपने शहर की व्यवस्था को ठीक करेंगे। एसएसपी चंदन सिन्हा ने आगामी तीन दिनों के अंदर ही इस हेतु बैठक के लिए आश्वस्त किया। शहर में मॉल्स के सामने निगम के पार्किंग स्थल को फूड स्ट्रीट का रूप लेने की बात पर डीजीपी ने कहा कि पार्किंग स्पेस पर फूड स्ट्रीट बनने की अनुमति नहीं दी जा सकती है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि ऐसे सभी जगहों का निरीक्षण कर, व्यवस्था को सुव्यवस्थित करायें।

    यातायात की निगरानी के साथ ही क्राइम कंट्रोल के लिए प्रवक्ता विकास विजयवर्गीय ने शहर के सभी चौक चौराहो पर अधिष्ठापित ट्रॉफिक लाइट के कैमरा को दुरूस्त करने की बात कही। पूर्व अध्यक्ष धीरज तनेजा ने कहा कि साइबर क्राइम के प्रति लोगों में जागरूकता की भारी कमी है। डिजिटल फ्रॉड होने पर लोगों को यह भी पता नहीं होता कि उन्हें शिकायत कहां करनी है। डीजीपी अनुराग गुप्ता ने कहा कि चैंबर की सुविधानुसार प्रशासन द्वारा जागरूकता कार्यशाला का आयोजन कराया जायेगा। डीजीपी ने स्वतः संज्ञान लेते हुए कहा कि जिस प्रकार ड्रग्स राजधानी और अन्य इलाकों की जडों

    asp dsp DGP jharkhand police ranchi
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Article8 जिलों में अभियान चलाकर पकड़े गए 94 अपराधी, आईजी अखिलेश झा के आदेश पर हुई कार्रवाई
    Next Article बांग्लादेश: दंगे में 91 लोगों की मौत, हिंसा बढ़ी

    Related Posts

    झारखंड

    रामगढ़ डीसी ने 50 हजार लोगों को दिलाई फर्स्ट एड ट्रेनिंग

    June 17, 2025
    जमशेदपुर

    वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रियों को परोसा गया घटिया खाना, फूड मैनेजर पर फूटा गुस्सा

    June 17, 2025
    झारखंड

    रातू रोड फ्लाईओवर का नाम शहीद अभिषेक कुमार साहू के नाम पर रखने की मांग, राष्ट्रीय युवा शक्ति ने शुरू किया हस्ताक्षर अभियान

    June 17, 2025
    Latest Posts

    रामगढ़ डीसी ने 50 हजार लोगों को दिलाई फर्स्ट एड ट्रेनिंग

    June 17, 2025

    वंदे भारत एक्सप्रेस में यात्रियों को परोसा गया घटिया खाना, फूड मैनेजर पर फूटा गुस्सा

    June 17, 2025

    रातू रोड फ्लाईओवर का नाम शहीद अभिषेक कुमार साहू के नाम पर रखने की मांग, राष्ट्रीय युवा शक्ति ने शुरू किया हस्ताक्षर अभियान

    June 17, 2025

    रेस्टोरेंट में रेड, तीन किलो नकली पनीर बरामद, 10 हजार जुर्माना

    June 17, 2025

    चलती ट्रेन से फिसली महिला दरवाजे पर लटकी, RPF जवान ने बचाई जान, घटना का VIDEO आया सामने

    June 17, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.