पलामू में पुलिस ने निकाली रंगदारों की बारात, लोगों से कहा- ना दें रंगदारी, पुलिस आपके साथ है

पलामू: बस स्टैंड से रंगदारी वसूलने के बड़े नेटवर्क का खुलासा हुआ. यह रंगदारी का पैसा कुख्यात डॉन डब्ल्यू और कई सफेदपोशों के पास पहुंचता था. पलामू पुलिस की ओर से कुख्यात डब्लू के खिलाफ लगातार कार्रवाई की जा रही है.

पुलिस ने दो दिन पहले ही डब्लू सिंह पर पांच लाख रुपये के इनाम का प्रस्ताव पुलिस मुख्यालय को भेजा है. शनिवार को पलामू पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बस स्टैंड से रंगदारी वसूलते रंगे हाथ छह आरोपियों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार आरोपियों के पास से पुलिस ने रंगदारी के पैसे भी बरामद किए हैं.

बस स्टैंड में जमकर रंगदारों की हुई पिटाई, पुलिस ने घुमाया बाजारपुलिस ने रंगदारी के भय को खत्म करने के लिए गिरफ्तारी के बाद बस स्टैंड में ही आरोपियों की जमकर पिटाई की. पिटाई करने के बाद सभी आरोपियों को शहर में घुमाया गया. पलामू एसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि बस स्टैंड में कुख्यात डॉन डब्ल्यू सिंह गिरोह के लिए रंगदारी वसूली जा रही है.

इसी सूचना के आलोक में एसडीपीओ के विजयशंकर के नेतृत्व में पुलिस ने छापेमारी. जिस दौरान छापेमारी हुए उस दौरान रंगदारी के पैसे को गिना जा रहा था. मौके पर से मनीष दुबे, मुकेश कुमार सिंह, रसीद तबरेज, सुरेंद्र तिवारी, संजीव कुमार सिंह और धर्मेंद्र कुमार को गिरफ्तार किया गया है.शहर में रंगदारों की परेडकद के अनुसार वसूली जाती थी रंगदारी, बस मालिकों पर कार्रवाई की योजनाएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि डब्लू सिंह गिरोह कद के अनुसार बस मालिकों से रंगदारी वसूलता था.

ताकतवर बस मालिक से कम रंगदारी वसूली जाती थी, जबकि कमजोर बस मालिक से 10 प्रतिशत तक रंगदारी वसूली जाती थी. उन्होंने बताया कि प्रतिदिन रंगदारी का पैसा हजारों में होता था. पलामू पुलिस ने रंगदारी के पैसे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की योजना बनाई. एसपी ने बताया कि वह जल्दी बस मालिकों के साथ बैठक करेंगे और यह जानने का प्रयास करेंगे कि रंगदारी क्यों दी जाती थी. रंगदारी वसूलने में सहयोग करने वाले बस मालिकों के खिलाफ भी कार्रवाई होगी.