लोहरदगा में हुई पुलिस और सीआरपीएफ की हाई लेवल मीटिंग, होमकर बोले-नक्सली सरेंडर करें, अन्यथा मारे जाएंगे

लोहरदगा: लोहरदगा जिले के सुदूरवर्ती जंगली-पहाड़ी इलाकों में विगत आठ फरवरी से लेकर 12 दिनों तक नक्सलियों के विरुद्ध लगातार चलाए गए ऑपरेशन डबल बुल की सफलता के बाद भी भाकपा माओवादी नक्सली संगठन के खिलाफ ऑपरेशन बंद नहीं हुआ है। हालांकि ऑपरेशन डबल बुल बंद हो चुका है, परंतु सर्च ऑपरेशन अब भी जारी है। पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी। एक साथ अब तक नौ नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया और एक नक्सली मुठभेड़ के दौरान मारा गया और भरी मात्रा में नक्सलियों के गोला बारूद और दैनिक उपयोग के वस्तुएं बरामद किए गए। हालांकि नक्सलियों की ओर से किए आईडी ब्लास्ट में तीन कोबरा के जवान भी घायल हुए हैं।

वही लोहरदगा पुलिस के साथ पूरे झारखंड पुलिस को भी हाडर्कोर माओवादी 15 लाख के ईनामी रीजनल कमांडर रविंद्र गंझू की तलाश है और अब तक वो पुलिस के गिरफ्त से बाहर है। कई बड़े नक्सलियों की गिरफ्तारी के बाद अब हथियारों की बरामदगी और इनामी नक्सलियों के आत्मसमर्पण और पकड़े जाने के लिए झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ नए सिरे से काम शुरू कर रही है। ताकि नक्सलियों पर नकेल कसी जा सके।

इसी क्रम में गुरुवार को झारखंड पुलिस के आईजी आॅपरेशन एवी होमकर, सीआरपीएफ आईजी राजीव सिंह, झारखंड जगुआर के डीआईजी अनूप बिरथरे हेलीकॉप्टर से लोहरदगा पहुंचे। लोहरदगा के बीएस कॉलेज स्टेडियम में एसपी प्रियंका मीना, एएसपी अभियान दीपक कुमार पांडे, एसडीपीओ वशिष्ठ नारायण सिंह सहित कई अधिकारियों ने सीआरपीएफ और पुलिस के अधिकारियों का स्वागत किया। परंपरा के अनुरूप वरिष्ठ अधिकारियों को गार्ड ऑफ आॅनर प्रदान किया गया। जिसके बाद हाई लेबल मीटिंग को लेकर लोहरदगा परिसदन के बंद कमरे में पुलिस और सीआरपीएफ के अधिकारियों की हाईलेवल मीटिंग शुरू हुई। हालांकि बैठक में हुई चर्चा को लेकर कोई भी कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं। कहा जा रहा है कि नक्सलियों को घेरने और उनके आत्मसमर्पण को लेकर कई अहम बिंदुओं पर चर्चा की गई है। पूरे मामले को लेकर बेहद गोपनीयता बरती गई है। अधिकारियों की टीम ने हेलीकॉप्टर से पेशरार के जंगलों का मुआयना भी किया है। झारखंड जगुआर के डीआईजी अनूप बिरथरे ने अभियान को लेकर कई सुझाव भी दिए हैं।

झारखंड पुलिस के आईजी आॅपरेशन एवी होमकर ने नक्सलियों को चेतवानी देते हुए कहा कि सरकार की आत्मसमर्पण नीति के तहत सभी नक्सली सरेंडर करें, अन्यथा नक्सलियों के मांद में घुसकर उन्हें मारा जायेगा। साथ ही जो नक्सलियों को मदद करते हैं, उन्हें भी चेताया और कहा कि उनके खिलाफ भी करवाई झारखंड पुलिस तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि नक्सलियों के विरुद्ध लगातार चलाए गए आॅपरेशन डबल बुल की काफी सफल रहा। नक्सलियों की गिरफ्तारी और सर्च अभियान के साथ 15 लाख के इनामी रिजनल कमांडर रविंद्र गंझू को पकड़ने के लिए रणनीति तैयार की गई।