Khunti : प्रतिबंधित नक्सली संगठन PLFI के चार सक्रिय उग्रवादियों को रनिया थाना क्षेत्र कें जिबिलोंग टोंगरी से गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गये नक्सलियों में कुख्यात उग्रवादी ओझा पाहन उर्फ ओझा तोपनो उर्फ बादल तोपनो उर्फ भगत भी शामिल है। उसके खिलाफ विभिन्न थानों में दस मामले दर्ज हैं और वह पहले जेल जा चुका है। दूसरे पकडे गये उग्रवादी जिबनुस आईंद कें खिलाफ भी पहले से सात मामले दर्ज हैं। गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से पुलिस ने कई हथियार और अन्य आपत्त्जिनक सामान बरामद किये है।
यह जानकारी जिले के पुलिस कप्तान मनीष टोप्पों ने सोमवार को अपने कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। एसपी ने बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि रनिया थाना क्षेत्र के जिबिलोंग टोंगरी के पास ओझा पाहन अन्य उग्रवादियों के साथ कस्तूरबा स्कूल और लैम्स गोदाम के ठेकेदारों और व्यापारियों से लेवी वसूलने और दहशत फैलाने की योजना बना रहा है। सूचना के सत्यापन और आवश्यक कार्रवाई के लिए तोरपा के एसडीपीओ क्रिस्टोफर केरकेट्टा के नेतृत्व में विशेष छापेमारी दल का गठन किया गया और त्वरित कार्रवाई करते हुए उग्रवादियों को दबोच लिया गया। गिरफ्तार उग्रवादियों में ओझा पाहन उर्फ ओझा तोपनो, (रामतोल्या बगीचा टोली, कामडारा, गुमला), जेवियर कोंगाड़ी (उड़ीकेल बड़काटोली, रनिया, खूंटी), संतोष कोंगाड़ी (उड़ीकेल घांसीटोली, रनिया, खूंटी) और जिबनुस आईंद उर्फ दढ़ियल उर्फ छोलल (एरमेरे, तोरपा, खूंटी) शामिल है। पुलिस ने पकड़े गये नक्सलियों के पास से एक 7.65 एमएम की लोडेड देसी पिस्टल, 7.65 एमएम की तीन जिंदा गोलियां, एक देसी कट्टा, आठ एमएम की दो गोलियां, पीएलएफआई संगठन के दो पर्चे, दो मोबाइल फोन, तीन सिम कार्ड, आधार कार्ड और रोड रोलर जलाने में प्रयुक्त पेट्रोल से भरी दो बोतले बरामद की हैं।
रोड रोलर जलाने में शामिल थे उग्रवादी
एसपी ने बताया कि गत 27 मई को इन उग्रवादियों ने सड़क निर्माण कार्य में लगे रोड रोलर को जला दिया था। इस संबंध में रनिया थाने में मामला दर्ज किया गया था। एसपी ने बताया कि लेवी नहीं देने पर रोड रोलर जलाने की बात उग्रवादियों ने पुलिस के समक्ष स्वीकार की है। इस मामले में पहले भी गेंदे बारला उर्फ लादेन को पुलिस गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
रायकेरा में भी जेसीबी को भी जलाने का किया था प्रयास
एसपी ने बताया कि गत आठ अगस्त की रात रनिया थाना के रायकेरा गांव में निर्माणाधीन कस्तूरबा विद्यालय भवन के निर्माण कार्य में लगी एक जेसीबी मशीन को जलाने का प्रयास किया गया था। हालांकि निर्माण कार्य के संवेदक ने इस संबंध में कोई केस दर्ज नहीं कराया था। उनका कहना था कि आग शॉर्ट सर्किट के कारण लगी हो सकती है, लेकिन ओझा पाहन सहित अन्य उग्रवादियों की गिरफ्तारी के बाद सबने पुलिस को दिए अपने स्वीकारोक्ति बयान में कहा कि लेवी नहीं देने के कारण उन्होंने जेसीबी में आग लगाने का प्रयास किया था। एसपी ने बताया कि इन नक्सलियों ने नौ जून 2016 को कामडारा के व्यापारी युगल किशाोर साहू की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस संबंध में ओझा टोपनो के खिलाफ कामडारा थाने में मामला दर्ज किया गया था।
ओझा पाहन के खिलाफ 10 और जिबनुस के दर्ज हैं सात आपराधिक मामले
पिछले 10-12 वर्षों से पुलिस के लिए सिरदर्द बने ओझा पाहन के खिलाफ विभिन्न थानों में हत्या, रंगदारी, आगजनी, उग्रवादी गतिविधि सहित अन्य संगीन मामलों को लेकर दस मामले दर्ज हैं। ओझा के खिलाफ कामडारा थाने में सात मामले, तोरपा, बसिया और जरियागढ़ थाने में एक-एक मामला दर्ज है। पकड़े गये दूसरी नक्सली जिबनुस आईद के खिलाफ भी सात मामले विभिन्न थानों में दर्ज है। उसके खिलाफ तोरपा थाने में तीन, और जरियागढ़ और कामडारा थाने में दो-दो मामले दर्ज हैं।
छापेमारी टीम में ये थे शामिल
छापेमारी करने वाली पुलिस टीम में तोरपा के एसडीपीओ क्रिस्टोफर केरकेट्टा, पुलिस इंस्पेक्टर अशोक कुमार सिंह, रनिया थाना प्रभारी विकास कुमार जायसवाल, सब इंस्पेक्टर अमरजीत सिंकू, टीनू कुमार, सहायक अवर निरीक्षक अशोक कुमार महतो, आरक्षी तालकेश्वर यादव, रिमियुस केरकेट्टा, आसियन जोजो, अनुप लकड़ा और तोकेन पुलिस पिकेट के सशस्त्र बल के जवान शामिल थे।
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