Ranchi : रांची पुलिस ने CCL कर्मचारी से एक करोड़ रुपये लेवी मांगने के इल्जाम में चार नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। इनके नाम योगेन्द्र गंझू उर्फ पवन गंझू, मुकेश गंझू, मन्नु गंझू और राजकुमार नाहक बताये गये। योगेंद्र और मुकेश लातेहार का रहने वाला है। वहीं मन्नु और राजकुमार रांची के मैक्लुस्कीगंज एवं खलारी का रहने वाला है। इन लोगों के पास से पुलिस ने लोडेड देसी पिस्तौल, तीन जिंदा गोलियां और भाकपा माओवादी संगठन का लेटर पैड जब्त किया है। इस बात की जानकारी DIG सह रांची पुलिस कप्तान चंदन कुमार सिन्हा ने मीडिया के साथ साझा की।
SSP चंदन कुमार सिन्हा ने मीडिया को बताया कि CCL के जेनरल मैनेजर के दफ्तर में पोस्टेड एक कर्मचारी से एक करोड़ रुपये बतौर लेवी डिमांड की गयी थी। यह रकम बीते 25 जून को कोयल शंख जोन कमिटि का सदस्य मनोज के नाम पर मांगी गयी थी। साथ ही धमकी दी गयी थी कि दो जुलाई तक पैसा नहीं दिया तो जान से मार देंगे। मामले में खलारी थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी थी। DIG सह SSP चंदन सिन्हा के निर्देश पर रूरल एसपी प्रवीण पुष्कर के नेतृत्व और खलारी डीएसपी राम नारायण चौधरी की देखरेख में एक टीम गठित की गयी। गठित टीम ने तफ्तीश शुरू की। इसी दरम्यान बीते 14 जुलाई की देर रात पुलिस की टीम को इंफॉर्मेशन मिली कि चार-पाच नक्सली बक्सी बंगला चट्टी नदी के पास इकट्ठा हुए हैं। उनके इरादे नेक नहीं है। इन नक्सलियों का इरादा कारोबारियों, ठेकेदारों एवं ईंट भट्ठा मालिकों से लेवी वसूलने का है। टीम ने फौरन बताये गये लोकेशन पर रेड मारी और चार नक्सलियों को धर दबोचा। इन लोगों के पास से हथियार, गोलियां, मोबाइल और नक्सली पर्चा बरामद किये गये।
SSP ने बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों में से योगेन्द्र गंझू उर्फ पवन साल 2006 में भाकपा माओवादी उग्रवादी संगठन में शामिल हुआ था। इसके काम को देखते हुए इसे साल 2006 के अंत में गारू सरजु क्षेत्र का एरिया कमांडर बना दिया गया। फिर इसे उसी क्षेत्र का वर्ष 2009 में सब-जोनल कमांडर बनाया गया। यह सबसे पहले साल 2006 में ही लातेहार के गारू थाना के केस में जेल गया था। 2008 में जेल से छूटने के बाद फिर से संगठन में शामिल हो गया। 2012 में रातु थाना क्षेत्र से गिरफ्तार होकर जेल गया था और साल 2022 में जेल से छूटने के बाद वह पार्टी से दूरी बनाकर रह रहा था। अपने केस में कोर्ट में हाजीर होने जाता था। मली हालत खराब हो जाने और माओवादी के कोयल शंख क्षेत्र के जोनल कमांडर रविन्द्र गंझू का खूंटा कमजोर हो जाने के कारण यह मुकेश गंझू, मन्नु गंझू एवं राजकुमार नाहक के साथ मिलकर इस क्षेत्र में पार्टी को फिर से खड़ा किया। साथ ही क्षेत्र के ठेकेदारों, कारोबारियों, क्रशर मालिकों तथा ईट भट्ठा मालिकों को जान मारने की धमकी देकर लेवी मांगना शुरू किया था। ये माओवादी दस्ता में रहने के क्रम में कई बार पुलिस से मुठभेड़ की घटना में शामिल रहा। गारू (लातेहार) थाना क्षेत्र के कटीया जंगल में पुलिस मुठभेड़ हुई थी, जिसमें पुलिसकर्मी मारे गये थे। यह सेन्ट्रल कमिटि सदस्य अरविन्द जी के कहने पर मृत पुलिसकर्मी के पेट में बम लगाने के लिए एक्सपर्ट को लेकर कटीया जंगल ले गया था।
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