Ranchi : प्रतिबंधित मांस की तस्करी करने वालों को रांची पुलिस ने तगड़ा झटका दिया है। तस्करी कर रहे चार लगों को रांची की खरसीदाग पुलिस ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार तस्करों के नाम शमशेर आलम गाजी, एनामुल हक, सटू विश्वास और राजू गाजी बताये गये। सभी लोग बंगाल के रहने वाले हैं। इन लोगों के पास से दो पिकअप वैन, प्रतिबंधित मांस और चार मोबाइल फोन जब्त किये गये हैं। शमशेर आलम गाजी एक पिकअप वैन का मालिक है। वह अपनी गाड़ी का ड्राइवर भी है। वहीं, सटू विश्वास दूसरे पिकअप वैन का ड्राइवर है। सारा प्रतिबंधित मांस बिहार के रोहतास से लादकर पश्चिम बंगाल के बारासात भेजा जा रहा था। जिसे पुलिस ने रांची में धर दबोचा। इस बात का खुलासा सीनियर DSP अमर पांडेय ने किया है।
DSP अमर पांडेय ने मीडिया को बताया कि बीते गुरुवार को DIG सह रांची पुलिस कप्तान चंदन कुमार सिन्हा को इंफॉर्मेशन मिली थी कि रांची से दो गाड़ियों में भरकर प्रतिबंधित मांस एक्सपोर्ट किया जा रहा है। एक गाड़ी सफेद और दूसरी काले रंग की प्लस्टिक से ढकी गयी है। मिली सूचना को गंभीरता से लिया गया और DSP अमर पांडेय की देखरेख में टीम गठित कर आगे का टास्क सौंपा गया। गठित टीम ने खरसीदाग थाना क्षेत्र के रिंग रोड में गाड़ियों की चेकिंग शुरू की। इस दौरान दो पिकअप वैन वाहन भुसूर रिंग की ओर से तेज रफ्तार में आते दिखे। पुलिस ने रुकने का इशारा किया तो वाहन सवार चालक और खलासी भागने की कोशिश करने लगे। पुलिस ने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया।
पूछताछ में उन्होंने गाड़ी में मुर्गी का दाना और मछली चारा होने का झूठा दावा किया। लेकिन जब पुलिस ने तिरपाल हटाकर लदे माल को देखा तो अंदर प्रतिबंधित मांस पाया। धराये लोगों ने बताया कि यह मांस बिहार के रोहतास जिला से लादकर पश्चिम बंगाल के बारासात को भेजा जा रहा था। उन्होंने स्वीकार किया कि पिछले कुछ महीनों से जाली दस्तावेज के सहारे अवैध तरीके से धंधा किया जा रहा था। सभी को गिरफ्तार कर पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।
इन लोगों को दबोचने में नामकुम थानेदार इंस्पेक्टर मनोज कुमार, खसरीदाग ओपी प्रभारी भवेश कुमार, एसआई सत्येन्द्र पांडेय और एएसआई मनोज कुमार पांडेय की भूमिका सराहनीय रही।