Patna : बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) अभियान का पहला चरण शनिवार को समाप्त हो गया। इस दौरान कुल 7.23 करोड़ मतदाताओं के फॉर्म जमा किए गए और उन्हें डिजिटल रूप से अपलोड कर दिया गया। राज्य के कुल 7.90 करोड़ मतदाताओं में से लगभग 99.8 प्रतिशत मतदाताओं ने भागीदारी की।
65 लाख से ज्यादा नाम हटाए जाएंगे
चुनाव आयोग की रिपोर्ट के अनुसार, 65.2 लाख मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से हटाए जाएंगे। यह निर्णय बीएलओ और बीएलए की रिपोर्ट के आधार पर लिया गया है।
ईसीआई नेट विंडो बंद
SIR के पहले चरण के समाप्त होते ही बीएलओ और आम मतदाताओं द्वारा ऑनलाइन गणना फॉर्म अपलोड करने की प्रक्रिया भी बंद कर दी गई। आयोग ने इसके लिए 24 जून से 26 जुलाई तक का समय निर्धारित किया था।
1 अगस्त को प्रारूप मतदाता सूची का होगा प्रकाशन
अब चुनाव आयोग द्वारा कंट्रोल टेबल पर आंकड़ों को अपडेट किया जाएगा और 1 अगस्त को प्रारूप मतदाता सूची प्रकाशित की जाएगी। इसके लिए बूथवार आंकड़ों को भी अद्यतन किया जा रहा है।
1 से 30 अगस्त तक दावा-आपत्ति का है मौका
जिन मतदाताओं के नाम प्रारूप सूची में शामिल नहीं हो पाए हैं, वे 1 से 30 अगस्त के बीच दावा या आपत्ति दर्ज कर सकते हैं। इसके लिए निर्धारित फॉर्म भरकर आवश्यक दस्तावेज जमा करने होंगे। यह प्रक्रिया ऑनलाइन और बीएलओ के माध्यम से पूरी की जाएगी।
राजनीतिक दलों और कर्मियों का सहयोग
SIR अभियान में 12 मान्यता प्राप्त राष्ट्रीय एवं राज्य स्तरीय राजनीतिक दलों, नगर निकाय कर्मियों और चुनाव मशीनरी का सहयोग लिया गया।
चुनाव आयोग ने मतदाता सूची को अपडेट करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। यह प्रक्रिया सुनिश्चित करेगी कि मतदाता सूची सटीक और अद्यतन हो, जिससे आने वाले चुनावों में पारदर्शिता बनी रहे।
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