Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    7 Jul, 2025 ♦ 5:26 AM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»धर्म/ज्योतिष»सन्तान की लंबी उम्र की कामना का व्रत : जीवित्पुत्रिका व्रत
    धर्म/ज्योतिष

    सन्तान की लंबी उम्र की कामना का व्रत : जीवित्पुत्रिका व्रत

    Team JoharBy Team JoharSeptember 22, 2019No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    हरएक माता का इक्षा होता है कि उसका पुत्र दीर्घायु हो उसे जीवन मे किसी प्रकार का कोई कष्ट नही हो, वह सदा आगे बढ़े और परिवार और समाज का नाम रौशन करे। इस आशा की पूर्ति के लिए अश्विन मास कृष्ण पक्ष की अष्टमी को एक महान व्रत किया जाता है। जिसमें जिएउत वाहन देवता का पूजा किया जाता है।
    यह पुत्र की कल्याण की कामना से माताएं करती हैं।
    प्रसिद्ध ज्योतिष आचार्य प्रणव मिश्रा अनुसार जीवित्पुत्रिका व्रत बच्चो के कल्याण व दीर्घायु हेतु किया जाता है। यह व्रत पूर्णरूप से निर्जला होता है। यदि व्रती बीमार हो, बृद्ध हो तो साम के समय जल ले सकती हैं।
    इन्होंने बताया कि यह पूजन अश्विन मास के कृष्णपक्ष की अष्टमी में होता है और व्रत का पारण नवमी तिथि जो उदयातिथि युक्त हो उसमे होना चाहिए।
    इस वर्ष यह पावन पर्व 22सितम्बर 2019 को ही जीवित्पुत्रिका व्रत किया जाएगा।जिसका समय हृषिकेश पञ्चाङ्ग के अनुसार दोपहर 2बजकर40 मिनट है।
    अतः इसी समय के अंदर अर्थात2:40के अंदर ही पूजन करना ठीक होगा। उदया तिथि होने के कारण पूजा दिनभर किया जा सकता है।

    और दोपहर 2बजकर 40मिनट पर नवमी लगने के कारण पारण 23 सितम्बर 2019 को सुबह सूर्योदय के बाद किया जाएगा ।
    उसदिन अर्थात 23सितम्बर को मातृ नवमी व दशमी तिथि दोनो श्राद्ध भी।
    अतः सुबह सरपुतिया का सेवन कर के पारण करे।

    आचार्य प्रणव मिश्रा
    आचार्यकुलम अरगोड़ा राँची

    #Online news Dharmik news Latest news
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Articleआज 22 सितंबर का राशिफल : क्या कहते हैं आपके सितारे, जानिए
    Next Article अभिनेत्री यामी गौतम अपने होम टाउन जाना चाहती हैं

    Related Posts

    धर्म/ज्योतिष

    चातुर्मास 2025 आज से शुरू, क्या करें, क्या ना करें… जानें

    July 6, 2025
    धर्म/ज्योतिष

    Aaj Ka Rashifal, 06 JULY 2025 : जानें किस राशि का क्या है आज राशिफल

    July 6, 2025
    धर्म/ज्योतिष

    Aaj Ka Rashifal, 05 JULY 2025 : जानें किस राशि का क्या है आज राशिफल

    July 5, 2025
    Latest Posts

    नगर थाना से चंद कदम दूर मुहर्रम जुलूस में दिखा ‘आग का खेल’, प्रशासनिक निर्देशों की उड़ी धज्जियां

    July 6, 2025

    गिरीडीह में निकले मुहर्रम जुलूस में करंट से युवक की मौत, कई घायल…

    July 6, 2025

    शांति-सौहार्द के साथ निकला मुहर्रम जुलूस, या हुसैन – या हुसैन के नारों से गूंजती रही राजधानी

    July 6, 2025

    बिहार में मॉनसून की बेरुखी से गिर रहा भू-जल स्तर, गन्ना किसान परेशान

    July 6, 2025

    सरकार पेसा नियमावली का शीघ्र निर्माण करें : अर्जुन मुंडा

    July 6, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.