Johar Live Desk : आंखें हमारे शरीर का सबसे नाजुक और जरूरी अंग हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आंखों में भी कैंसर हो सकता है? जी हां, आई कैंसर तब होता है जब आंख की कोशिकाएं अनियंत्रित रूप से बढ़ने लगती हैं और ट्यूमर बना लेती हैं। ये ट्यूमर कभी-कभी शरीर के अन्य हिस्सों में भी फैल सकते हैं, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।
पहचानें आई कैंसर के शुरुआती लक्षण
आई विशेषज्ञों के अनुसार, आंखों का कैंसर कई तरह से संकेत देता है:
- धुंधली या अचानक दृष्टि हानि
- आंखों में फ्लैश या धब्बे नजर आना
- आंख के सफेद भाग या पुतली में असामान्य धब्बा
- आंख का बाहर की ओर उभरना
- लगातार जलन या लालिमा
- पलक या आईबॉल पर गांठ
अगर इनमें से कोई भी लक्षण नजर आए, तो बिना देर किए नेत्र विशेषज्ञ से संपर्क करें।
क्यों जरूरी है नियमित आई चेकअप?
अक्सर आई कैंसर का पता नियमित आंखों की जांच के दौरान ही चलता है। समय पर पहचान से इलाज आसान होता है और आंखों की रोशनी भी बचाई जा सकती है।
किन लोगों को ज्यादा खतरा?
- 50 साल से अधिक उम्र के लोग
- हल्की त्वचा और नीली/हरी आंखों वाले व्यक्ति
- जिनके परिवार में कैंसर की आनुवंशिक बीमारियां हैं
- धूप या टैनिंग बेड की अधिक एक्सपोजर वाले लोग
सबसे आम प्रकार – यूवियल मेलेनोमा
आई कैंसर के कई प्रकार होते हैं, लेकिन सबसे आम है यूवियल मेलेनोमा। यह आंख की बीच की परत (यूविया) में होता है। कुछ मामलों में यह आंख की बाहरी परत (कंजंक्टिवा) में भी हो सकता है।
बचाव ही सबसे बेहतर उपाय
यूवी किरणों से बचाव के लिए धूप में अच्छी गुणवत्ता का सनग्लास पहनें और आंखों में किसी भी बदलाव को हल्के में न लें।