Joharlive Desk
कोलकाता। पश्चिम बंगाल में तीसरे चरण के लिए 31 सीटों पर वोटिंग हो रही है। इसी दौरान एक टीएमसी नेता के घर से ईवीएम बरामद हुई है। मामले को गंभीरता से लेते हुए चुनाव आयोग ने एक अधिकारी को सस्पेंड कर दिया है। इसके अलावा मामले में सफाई भी दी है। आयोग का कहना है कि ईवीएम और वीवीपैट रिजर्व कोटे की थीं जिन्हें अलग रखा गया था। आपको बता दें कि इससे पहले असम में बीजेपी नेता की गाड़ी से ईवीएम बरामद हुई थी।
पश्चिम बंगाल के उलुबेरिया में तृणमूल कांग्रेस नेता के घर ईवीएम और वीवीपैट मिलीं। चुनाव आयोग के अधिकारियों ने बताया कि सेक्टर अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह आरक्षित ईवीएम थी जिसे चुनाव प्रक्रिया से हटा दिया गया है। इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
इधर पश्चिम बंगाल की डायमंड हार्बर सीट से बीजेपी कैंडिडेट दीपक हलदार ने आरोप लगाया है कि बूथ नंबर 143 और 180 पर TMC से जुड़े गुंडे लोगों को वोट नहीं डालने दे रहे हैं। उन्होंने इस मामले में आयोग से भी शिकायत की है।
वहीं बीजेपी के आरोपों पर टीएमसी ने सफाई दी है। सौकत मौला में टीएमसी विधायक ने कहा कि बीजेपी के सभी आरोप झूठे हैं। जब कोई पार्टी कमजोर होती है, तो वह बेबुनियाद बयान देती है। यह वे हैं जो गुंडागर्दी खुद करते हैं, वे पैसे देकर लोगों को बाहर से लाते हैं। वे जो भी कहते हैं वह झूठ है। दक्षिण 24 परगना में मतदाता TMC और ममता बनर्जी के साथ हैं।
पश्चिम बंगाल के कनिंग पूर्बा क्षेत्र में स्थित मदरसे पर बने पोलिंग बूथ पर वोटिंग के लिए आए लोगों की थर्मल स्कैनिंग की गई। साथ ही हैंड सैनिटाइजर और हैंड ग्लव्स भी दिया गया।
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