Saraikela: सरकारी कार्यों में लापरवाही और अनुशासनहीनता अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। यह स्पष्ट संदेश सोमवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी कैलाश मिश्रा ने दिया जब उन्होंने खरसावां प्रखंड शिक्षा प्रसार कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कार्यालय सुबह 10:45 बजे तक पूरी तरह से बंद पाया गया। मौके पर कोई भी अधिकारी या कर्मी उपस्थित नहीं था।
इस गंभीर लापरवाही पर जिला शिक्षा पदाधिकारी ने तत्काल कार्रवाई करते हुए BEEO सहित सभी पदाधिकारियों और कर्मचारियों के वेतन भुगतान पर रोक लगाने का निर्देश जारी कर दिया।
इसके बाद श्री मिश्रा ने कदमडीहा उत्क्रमित मध्य विद्यालय का भी औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान शिक्षिका ज्योत्स्ना बेहरा बिना सूचना के विद्यालय से अनुपस्थित पाई गईं। इस पर भी तत्काल प्रभाव से उनके वेतन पर रोक लगाने का निर्देश दिया गया।
निरीक्षण के दौरान शिक्षा पदाधिकारी ने स्कूल में छात्राओं की कम उपस्थिति पर चिंता व्यक्त की और शिक्षकों को निर्देश दिया कि वे अभिभावकों से संपर्क कर उपस्थिति में सुधार लाएं। साथ ही कक्षाओं में बच्चों से बातचीत कर उनकी पढ़ाई की स्थिति जानी और उन्हें नियमित रूप से स्कूल आने के लिए प्रेरित किया।
श्री मिश्रा ने विद्यालय परिसर की सफाई व्यवस्था का भी अवलोकन किया और साफ-सफाई को लेकर विद्यालय प्रबंधन को आवश्यक निर्देश दिए। उन्होंने शिक्षकों से विभागीय मानकों के अनुसार कार्य करने, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने और विद्यालय में अनुशासन व प्रेरणादायक माहौल बनाए रखने को कहा।
जिला शिक्षा पदाधिकारी ने स्पष्ट किया कि सरकारी कार्य संस्कृति में अनुशासन और समयपालन अनिवार्य है और भविष्य में ऐसी लापरवाही को कदापि सहन नहीं किया जाएगा।
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