Patna : बिहार के सीतामढ़ी, मधुबनी, दरभंगा और झंझारपुर में भू-जल स्तर लगातार नीचे जा रहा है, जिससे लोगों को पेयजल की भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। इस संकट को दूर करने के लिए लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग ने इन जिलों में 528 नए चापाकल लगाने का निर्णय लिया है।
विभागीय मंत्री नीरज कुमार सिंह ने जानकारी दी कि जैसे ही जलस्तर 20 फीट से नीचे जाता है, वैकल्पिक जल आपूर्ति की व्यवस्था की जा रही है। मुख्यालय से विशेष तकनीकी टीमें भेजी गई हैं जो फील्ड में कैंप कर काम की निगरानी कर रही हैं।
अब तक के राहत कार्य
- 289 बंद पेयजल योजनाओं की मरम्मत कर उन्हें फिर से चालू किया गया।
- 110 से अधिक चापाकलों की गहराई बढ़ाई गई है।
जिला वार विवरण
सीतामढ़ी:
- 58 योजनाओं की मरम्मत
- 76 चापाकलों की मरम्मत
- 85 चापाकलों की गहराई बढ़ाई गई
- 4 अतिरिक्त पानी टैंकर की व्यवस्था
- 80 पंचायतों को लाभ
झंझारपुर:
- 12 योजनाएं शुरू
- 7 चापाकलों की गहराई बढ़ाई गई
- 18 पंचायतों को लाभ
दरभंगा:
- 209 योजनाएं फिर से शुरू
- 10 हैंडपंपों की गहराई बढ़ाई गई
- 200 नए हैंडपंप लगाने की स्वीकृति
- 6 पानी टैंकर लगाए गए
- 37 पंचायतों को लाभ
मधुबनी:
- 8 संरचनात्मक परिवर्तन
- 90 नए हैंडपंपों की स्वीकृति
- 2 पानी टैंकर की व्यवस्था
- 44 पंचायतों को लाभ
राज्य सरकार ने बताया कि जल संकट से निपटने के लिए सभी ज़रूरी कदम तेजी से उठाए जा रहे हैं ताकि ग्रामीण क्षेत्रों में किसी को भी पेयजल के लिए परेशान न होना पड़े।
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