Ranchi : झारखंड में भाषा को लेकर कई बार आंदोलन होते रहे हैं, लेकिन इन दिनों जेटेट (JTET) परीक्षा में भाषा विवाद ने राजनीति का नया रंग ले लिया है। रांची से भाजपा विधायक सी. पी. सिंह ने राज्य सरकार पर कड़ी टिप्पणी करते हुए कहा कि सरकार को यह भी पता नहीं है कि किस क्षेत्र में कौन सी भाषा बोली जाती है।
उन्होंने आरोप लगाया कि पलामू जिले से भोजपुरी और मगही भाषाओं को हटा कर नागपुरी भाषा को लागू कर दिया गया है, जबकि ये क्षेत्रीय भाषाएं वहां की स्थानीय भाषा हैं। इसी तरह खूंटी जिले से मुंडारी भाषा को हटा दिया गया। विधायक ने सरकार पर भाषा ज्ञान की कमी का आरोप लगाया और कहा कि हिंदी भाषा का भी अपमान किया जा रहा है।
वहीं इस मामले पर कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने कहा कि भाषा विवाद को सुलझा लिया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोई बड़ी बात नहीं है और जो भी त्रुटियां या विसंगतियां हैं, उन्हें दूर कर दिया जाएगा।
Also Read : पाटलिपुत्र यूनिवर्सिटी में UG वोकेशनल कोर्स में एडमिशन शुरू, इस दिन तक करें आवेदन
Also Read : काशी विश्वनाथ की तर्ज पर बनेगा बिहार का यह मंदिर
Also Read : झारखंड हाईकोर्ट में IAS विनय चौबे की याचिका पर आज सुनवाई
Also Read : आम के पेड़ से लटकी मिली युवक की बॉडी, इलाके में सनसनी
Also Read : गांजा बेचते बाप-बेटा रंगे हाथ धराये
Also Read : पुलिस और अपराधी के बीच मुठभेड़, एक गिरफ्तार
Also Read : विमान हादसे के बाद PM मोदी अहमदाबाद पहुंचे
Also Read : झारखंड में हीट वेव का अलर्ट, दोपहर में बाहर निकलने से बचें