अमेठी से अपना उम्मीदवार घोषित करने से डर रही है कांग्रेस: स्मृति ईरानी

नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश में अपने पूर्व गढ़ अमेठी से अपने उम्मीदवार के नाम की घोषणा में देरी को लेकर कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि प्रतिद्वंद्वी खेमे में इस विषय पर इतना ‘चिंतन’ होने का एकमात्र कारण यह है कि उन्हे ‘चिंता’ है. बुधवार को केंद्रीय मंत्री ने कहा कि कांग्रेस 2019 में अपने इतिहास में पहली बार अमेठी हार गई. राहुल और प्रियंका ने इस उम्मीद में निर्वाचन क्षेत्र में बड़े पैमाने पर प्रचार किया. वे भाजपा को पटखनी देने की उम्मीद में निकले थे, लेकिन हुआ इसके विपरीत. उन्होंने कहा कि हाल ही में, कांग्रेस की यात्रा का अमेठी में एक संक्षिप्त पड़ाव था, लेकिन यह कार्यक्रम जनता का ध्यान आकर्षित करने में विफल रहा.

अब पार्टी के पसंदीदा क्रम में शामिल नहीं है अमेठी

केरल में वायनाड से राहुल को फिर से टिकट देने के लिए सबसे पुरानी पार्टी पर कटाक्ष करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इससे पता चलता है कि पूर्व गढ़ अब पार्टी के पसंदीदा क्रम में शामिल नहीं है. ईरानी ने कहा कि क्या कांग्रेस को अपने चुनाव चिन्ह पर अमेठी से लड़ने के लिए कोई मिल सकता है? शायद यह पहली बार है कि कांग्रेस अमेठी से अपना उम्मीदवार घोषित करने से डर रही है.

‘हमने 4 लाख लोगों के लिए घर बनाए’

यह दावा करते हुए कि भाजपा अकेले 399 सीटों पर जीत हासिल करेगी और अमेठी में अपनी 400वीं जीत दर्ज करेगी, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि इस बयान को अहंकार के रूप में नहीं समझा जाना चाहिए. हमने 4 लाख लोगों के लिए घर बनाए हैं. परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराए गए हैं और 12 लाख लोगों को नल के पानी के कनेक्शन प्रदान किए गए हैं. हमने नए मेडिकल कॉलेज स्थापित किए और पुराने कॉलेजों को नए जमाने के चिकित्सा उपकरणों से सुसज्जित किया. अकेले अमेठी में 13,000 लखपति दीदियां हैं.

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