Johar Live Desk : जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले के चशोती इलाके में गुरुवार दोपहर 12:30 बजे बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई। यह क्षेत्र मचैल माता यात्रा का शुरुआती बिंदु है, जहां उस समय सैकड़ों श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए मौजूद थे। प्रारंभिक रिपोर्टों के अनुसार इस आपदा में कम से कम 10 लोगों के हताहत होने की आशंका है, जबकि 25 से अधिक लोग जख्मी बताए जा रहे हैं। हालांकि, प्रशासन ने अभी तक किसी की मौत की आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
बचाव अभियान शुरू, स्थानीय लोग भी मदद में जुटे
किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज शर्मा ने बताया, “चशोती इलाके में बादल फटने से अचानक बाढ़ आई है। बचाव अभियान तुरंत शुरू कर दिया गया है।” प्रशासन, पुलिस, सेना, एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें घटनास्थल पर राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। स्थानीय लोग भी पीड़ितों की मदद के लिए आगे आए हैं।
केंद्रीय मंत्री और उपराज्यपाल का बयान
केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने एक्स पर जानकारी साझा करते हुए कहा, “किश्तवाड़ के उपायुक्त पंकज कुमार शर्मा से बात की है। चशोती में बादल फटने से भारी नुकसान की आशंका है। प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई शुरू की है और बचाव दल मौके पर पहुंच चुके हैं। नुकसान का आकलन किया जा रहा है और हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।”

Just now spoke to DC Kishtwar Sh Pankaj Kumar Sharma after receiving an urgent message from LoP #JammuAndKashmir and local MLA Sh Sunil Kumar Sharma.
Massive cloud burst in Chositi area, which could result in substantial casualty. Administration has immediately swung into…
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) August 14, 2025
उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने भी घटना पर दुख जताते हुए कहा, “चशोती में बादल फटने से व्यथित हूं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदना और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। अधिकारियों को राहत और बचाव कार्य तेज करने और प्रभावितों को हर संभव मदद प्रदान करने का निर्देश दिया है।”
Anguished by cloudburst in Chositi Kishtwar. Condolences to bereaved families & prayers for quick recovery of injured. Directed Civil, Police, Army, NDRF & SDRF officials to strengthen the rescue & relief operations and ensure all possible assistance is provided to the affected.
— Office of LG J&K (@OfficeOfLGJandK) August 14, 2025
मचैल माता यात्रा पर असर
मचैल माता तीर्थयात्रा हर साल 25 जुलाई से 5 सितंबर तक आयोजित होती है, जिसमें हजारों श्रद्धालु शामिल होते हैं। यह यात्रा जम्मू से किश्तवाड़ तक 210 किलोमीटर की है, जिसमें पड्डर से चशोती तक 19.5 किलोमीटर सड़क मार्ग और फिर मचैल तक 8.5 किलोमीटर की पैदल यात्रा शामिल है। बादल फटने की घटना ने इस धार्मिक यात्रा को प्रभावित किया है, और कई श्रद्धालु पानी और मलबे की चपेट में आ गए।
आगे की कार्रवाई
प्रशासन नुकसान का आकलन कर रहा है और जख्मियों के लिए चिकित्सा सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। राहत कार्यों में तेजी लाने के लिए सभी संसाधन जुटाए जा रहे हैं। न्यूज एजेंसी PTI के अनुसार बचाव अभियान में और तेजी लाने के प्रयास जारी हैं ताकि प्रभावित लोगों को जल्द से जल्द मदद पहुंचाई जा सके।
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