Palamu : हेमंत सोरेन सरकार को हर महीने करोड़ों रुपये के राजस्व नुकसान पहुंचाने का गंदा खेल पलामू में खेला जा रहा था। इस बात खुलासा तक हुआ जब पलामू की चैनपुर पुलिस ने एक लोडेड गाड़ी और उसके ड्राइवर को पकड़ा। गाड़ी के कागजात खंगालने पर बड़े गोलमाल का खुलासा हुआ। पता चला कि चालान मध्य प्रदेश का है और खनिज लोडिंग पलामू से की जा रही है। इस फर्जी काम को एक संगठित गिरोह अंजाम दे रहा था।
कैसे चलता था खेल
पुलिस को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि कुछ वाहन मालिक और क्रशर संचालक मिलकर एक संगठित गिरोह के रूप में अवैध कारोबार कर रहे हैं। ये लोग मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से खनिज का चालान निकालते थे, जबकि असली खनिज लोडिंग पलामू और गढ़वा जिले के क्रशरों से करते थे। जांच में सामने आया कि मध्य प्रदेश से मिलने वाला चालान झारखंड की तुलना में सस्ता पड़ता है और उसमें परिवहन अवधि भी ज्यादा मिलती है। इसका फायदा उठाकर आरोपी एक ही चालान पर कई बार ट्रिप करते थे। इससे सरकार को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा था और यह सीधी-सीधी सरकारी संपत्ति की चोरी थी।
जांच में हुआ खुलासा
बीते पांच सितंबर को चैनपुर थाना गेट पर चेकिंग के दौरान रामगढ़ की ओर से आ रहे ट्रक (नंबर JH16F8579) को रोका गया। कागजात की जांच में पूरा खेल उजागर हुआ। वाहन जब्त कर लिया गया और चालक उपेन्द्र कुशवाहा (उम्र 32 वर्ष, ग्राम यमुना नगर, थाना बागोदर, जिला गिरिडीह) को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं, गाड़ी और मध्य प्रदेश से जारी चालान को जब्त कर लिया गया।
पुलिस ने बताया कि इस अवैध सिंडिकेट से जुड़े अन्य लोगों की पहचान की जा रही है। मामले में चैनपुर थाना कांड संख्या-171/2025 दर्ज कर आगे की जांच जारी है। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि इस धंधे से जुड़े किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। इस गोरखधंधे का खुलासा करने में चैनपुर थानेदार श्रीराम शर्मा और एएसआई रामचन्द्र चौधरी की भूमिका सराहनीय रही।
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