Johar Live Desk : ज्यादा प्रोटीन खाने की आदत कई लोगों को होती है, लेकिन इसे ठीक से न पचाने की वजह से शरीर में प्यूरिन बढ़ जाता है, जिससे यूरिक एसिड की समस्या हो सकती है। समय के साथ यह गाउट का रूप ले लेती है। ऐसे में करेले का जूस यूरिक एसिड को नियंत्रित करने में मददगार हो सकता है। यह सब्जी न सिर्फ डायबिटीज, बल्कि हाई यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में भी कारगर है। आइए जानते हैं करेले का जूस पीने के फायदे।
मेटाबॉलिज्म को बढ़ाता है
करेला का जूस यूरिक एसिड को कम करने में प्रभावी है क्योंकि यह प्यूरिन को पचाने में मदद करता है। इसमें मौजूद विटामिन सी और फाइबर शरीर से प्यूरिन के कणों को बाहर निकालते हैं। यह यूरिक एसिड को कम करने और गाउट से बचाने में सहायक है।
गाउट का खतरा कम करता है
जब प्यूरिन हड्डियों के बीच जमा होता है, तो यह गाउट का कारण बनता है। करेला आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, विटामिन सी, कैल्शियम और बीटा-कैरोटीन का भंडार है। इसका जूस पीने से गाउट का दर्द कम होता है और हड्डियां मजबूत रहती हैं।
कैसे बनाएं करेले का जूस
अगर आपको हाई यूरिक एसिड की समस्या है, तो एक करेले को पीसकर उसका जूस निकालें। इसे छानकर इसमें नींबू का रस, काला नमक और थोड़ा नमक मिलाएं। इस जूस को दिन में एक बार पीएं। हफ्ते में कम से कम तीन बार इसका सेवन करें। इससे यूरिक एसिड की समस्या में राहत मिल सकती है।
Disclaimer : इस लेख में दी गई जानकारी, सुझाव और सलाह केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से प्रदान की गई है। यह किसी भी प्रकार की पेशेवर चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या या उपचार से संबंधित निर्णय लेने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
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