बाइडेन बने अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति, कमला हैरिस ने पहली महिला उपराष्ट्रपति बन रचा इतिहास

Joharlive Desk

वाशिंगटन। दुनिया की सबसे बड़ी ताकतों में शुमार संयुक्त राज्य अमेरिका में बुधवार को आधिकारिक रूप से सत्ता रिपब्लिकन के हाथ से निकलकर डेमोक्रेट्स के पास चली गई। चयनित राष्ट्रपति जो बाइडन ने अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति के तौर पर और कमला हैरिस ने उप राष्ट्रपति पद की शपथ ग्रहण की।

जो बाइडेन ने राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद राष्ट्र के नाम अपने पहले संबोधन में कहा कि सत्ता और लाभ के लिए बहुत सारे झूठ बोले गए। उन्होंने कहा कि हमें एक दूसरे का हाथ पकड़ने की जरूरत है। ये इम्तिहान का वक्त है और हमें आगे चलना होगा। उन्होंने कोरोना से जान गंवाने वाले अमेरिकियों को लेकर कहा कि जिन चार लोग लोगों ने जान गंवाएं हैं उनको श्रद्धांजलि। उन्होंने कोरोना से जान गंवाने वालों के लिए मौन रखा।

बाइडेन ने कहा कि आज अमेरिका को पहली महिला उप-राष्ट्रपति मिली है। उन्होंने हाल में यूएस कैपिटल (अमेरिकी संसद) पर हुए हमले का जिक्र करते हुए कहा कि ऐसी हिंसा कभी नहीं होगी।

राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद जो बाइडेन ने कहा कि अमेरिका में नस्लीय भेदभाव से लड़ेंगे। उन्होंने कहा कि अमेरिका को एक करना मेरे सबसे बड़ा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि अमेरिका संकट के दौर से गुजर रहा है। बाइडेन ने कहा कि अमेरिकी सेना सशक्त और हर चुनौतियों से निपटने में सझम है। उन्होंने कहा कि बिना एकता के शांति नहीं है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने कहा अमेरिका का परीक्षण किया गया है और हम इसके लिए और मजबूत हुए हैं। हम अपने गठबंधनों की मरम्मत करेंगे और एक बार फिर से जुड़ेंगे। कल की चुनौतियों को पूरा करने के लिए नहीं बल्कि आज की कल की चुनौतियों के लिए। हम अपनी शक्ति के उदाहरण से नहीं बल्कि अपने उदाहरण की शक्ति से आगे बढ़ेंगे<झे पता है कि हमें विभाजित करने वाले बल गहरे हैं और वे वास्तविक हैं। लेकिन मुझे यह भी पता है कि वे नए नहीं हैं। हमारा इतिहास अमेरिकी आदर्श के बीच एक निरंतर संघर्ष रहा है कि हम सभी समान और कठोर बदसूरत वास्तविकता का निर्माण कर रहे हैं जो नस्लवाद, राष्ट्रवाद, भय, प्रदर्शन ने हमें अलग कर दिया है।

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने उपराष्ट्रपति कमला हैरिस के लिए कहा ‘आज, हम अमेरिकी इतिहास में पहली महिला का शपथ ग्रहण करते हैं जो राष्ट्रीय कार्यालय के लिए चुनी गई हैं, उपराष्ट्रपति कमला हैरिस। मुझे मत बताओ कि चीजें बदल नहीं सकती हैं।

20 भारतीय अमेरिकी होंगे सरकार का हिस्सा

1-नीरा टंडन-बिडेन सरकार में नीरा टंडन को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है। टंडन को व्हाइट हाउस आफिस के मैनेजमेंट एवं बजट का निदेशक बनाया गया है।

2-विवेक मूर्ति-यूएस के सर्जन जनरल

3-उजरा जेया-सिविलयन सेक्युरिटी, डेमोक्रेसी, ह्यूमन राइट्स की अंडर सेक्रेटरी

4-माला अडिगा-बिडेन की पत्नी जिल की पॉलिसी डाइरेक्टर।

5-गरिमा वर्मा-जिल बिडेन के ऑफिस की डिजिटल डाइरेक्टर।

6-वनिता गुप्ता-एसोसिएट जनरल डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस

7-सबरीना सिंह-जिल बिडेन की डेप्युटी प्रेस सचिव

8-आइशा शाह-व्हाइट हाउस डिजिटल स्ट्रेटजी की पार्टनरशिप मैनेजर

9-भरत राममूर्ति-व्हाइट हाउस नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल के डेप्युटी डाइरेक्टर।

10-समीरा फजिली-यूएस नेशनल इकोनॉमिक काउंसिल में डेप्युटी डाइरेक्टर

11-गौतम राघवन-व्हाइट हाउस के प्रेसिडेंसियल पर्सनल विभाग में डेप्युटी डाइरेक्टर

12-विनय रेड्डी- डाइरेक्टर स्पीचराइटिंग

13-तरुण छाबड़ा-प्रौद्योगिकी एवं राष्ट्रीय सुरक्षा पर वरिष्ठ निदेशक

14-सुमोना गुहा-दक्षिण एशिया के लिए सीनियर डाइरेक्टर

15-शांति कलाथिल-लोकतंत्र एवं मानवाधिकार की संयोजक

16-वेदांत पटेल-राष्ट्रपति के असिस्टेंट प्रेस सेक्रेटरी

17-सोनिया अग्रवाल-जलवायु नीति एवं नवाचार पर वरिष्ठ सलाहकार

18-विदुर शर्मा-कोविड रिस्पांस टीम में पॉलिसी एडवाइजर

19-रीमा शाह-व्हाइट हाउस में डेप्युटी एसोसिएड काउंसिल-

20-नेहा गुप्ता-व्हाइट हाउस में एसोसिएट काउंसिल

अमेरिका में अमेरिकी-भारतीयों की कुल आबादी का महज एक फीसद है. इस हिसाब से अमेरिकी-भारतीयों को खास जगह मिली है। यह भारत के लिए गौरव की बात है। बाइडन प्रशासन में सबसे ऊपर नीरा टंडन और डॉ विवेक मूति का नाम है।