Ranchi : रांची नगर निगम में कर संग्रहकर्ता के पद पर कार्यरत नकुल तिर्की की पत्नी सरिता तिर्की ने निगम अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि अधिकारियों की लापरवाही और अर्जित अवकाश की फाइल दबाकर रखने के कारण उनके पति का समय पर इलाज नहीं हो सका और उनकी मौत हो गई।
सरिता तिर्की डोरंडा स्थित मजिस्ट्रेट कॉलोनी, चुका टोली की रहने वाली है। उन्होंने बताया कि उनके पति नकुल तिर्की की तबीयत अचानक बिगड़ गई थी। इलाज के लिए उन्हें सीएमसी वेल्लोर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने तत्काल ऑपरेशन की सलाह दी। लेकिन आर्थिक तंगी के कारण ऑपरेशन नहीं हो सका। उन्होंने कहा कि उनके पति ने 9 जून 2015 से 31 जुलाई 2025 तक अर्जित अवकाश का आवेदन नगर निगम में जमा किया था। यदि यह अवकाश समय पर स्वीकृत हो जाता तो उसके एवज में मिलने वाली रकम से इलाज कराया जा सकता था। लेकिन अधिकारियों ने फाइल दबाकर रख दी और पैसा नहीं मिला। पैसे के अभाव में परिवार को वेल्लोर से वापस आना पड़ा। इसके बाद मेदांता और फिर रिम्स रांची में इलाज कराया गया। लेकिन हालात बिगड़ते गए और आखिरकार 21 अगस्त 2025 को नकुल तिर्की की मौत हो गई।
सरिता तिर्की ने कहा, “मेरे पति की मौत के लिए नगर निगम के जिम्मेदार पदाधिकारी दोषी हैं। अगर वे समय पर अवकाश स्वीकृत कर देते, तो मेरे पति आज जीवित रहते।” उन्होंने दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई, 50 लाख रुपये मुआवजा, पारिवारिक पेंशन और अनुकंपा पर नियुक्ति की मांग की है। इन मांगों को लेकर दिवंगत नकुल तिर्की की बेवा सरिता तिर्की आझ यानी मंगलवार को निगम के दरवाजे पर धरने पर बैठ गयी हैं। उनके साथ रांची नगर निगम के कई कर्मचारी भी शामिल हैं। इस घटना से निगम कर्मचारियों और स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है।
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