New Delhi : इंडोनेशिया के लोकप्रिय रिसॉर्ट द्वीप बाली में माउंट लेवोटोबी लाकी-लाकी ज्वालामुखी के फटने से हवाई यातायात बुरी तरह प्रभावित हुआ है। बाली हवाईअड्डे के एक अधिकारी ने बताया कि बाली से करीब 500 किलोमीटर पूर्व में नुसा तेंगारा प्रांत में स्थित इस ज्वालामुखी के विस्फोट से 8,000 मीटर (26,200 फीट) ऊंचाई तक राख और धुआं फैल गया। इस भयानक विस्फोट की राख और धुआं 150 किलोमीटर दूर तक दिखाई दिया, जिसके चलते कम से कम 7 उड़ानें रद्द कर दी गई, इसमें दिल्ली से बाली जा रही एयर इंडिया की एक फ्लाइट भी शामिल थी।
एयर इंडिया की फ्लाइट वापस दिल्ली लौटी
विस्फोट की सूचना मिलते ही बाली जा रही एयर इंडिया की एक फ्लाइट को बीच रास्ते से यू-टर्न लेकर दिल्ली वापस लौटना पड़ा। एयरलाइन ने पुष्टि की है कि विमान संख्या AI 2145 में सवार सभी यात्रियों को सुरक्षित उतार लिया गया है। प्रभावित यात्रियों को होटल में ठहराने की व्यवस्था की गई है, साथ ही टिकट रद्द करने पर पूर्ण धनवापसी या मुफ्त पुनर्निर्धारण का विकल्प भी दिया गया है। एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, “यात्रियों को हुई असुविधा के लिए हमें खेद है। हम हर संभव प्रयास कर रहे हैं ताकि यात्रियों को कम से कम परेशानी हो।”
कई एयरलाइंस ने रद्द की उड़ानें
ज्वालामुखी विस्फोट के खतरे को देखते हुए वर्जिन ऑस्ट्रेलिया, जेट्सटार, एयर न्यूजीलैंड, सिंगापुर की टाइगरएयर, चीन की जुनेयाओ एयरलाइंस और एयर इंडिया सहित कई एयरलाइनों ने बाली की उड़ानें रद्द कर दीं। कुछ एयरलाइनों ने वैकल्पिक मार्ग अपनाए हैं।
ज्वालामुखी विस्फोट का प्रभाव
माउंट लेवोटोबी के इस विस्फोट ने बाली के पर्यटन और हवाई यातायात पर बड़ा असर डाला है। अधिकारियों ने सुरक्षा के मद्देनजर हवाई क्षेत्र में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। स्थिति पर नजर रखी जा रही है, और यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपनी उड़ानों की जानकारी के लिए संबंधित एयरलाइनों से संपर्क करें।
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