Simdega : लोक आस्था के महापर्व छठ का समापन मंगलवार की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ हुआ। सिमडेगा उपायुक्त कंचन सिंह ने अपने परिवार संग सिमडेगा स्थित शंख नदी संगम स्थल छठ घाट पर पारंपरिक विधि-विधान से अर्घ्य अर्पित कर व्रत पूर्ण किया। डीसी कंचन सिंह ने सूर्य देव से जिलेवासियों के सुख, समृद्धि और आरोग्य की कामना की। उन्होंने कहा कि छठ पर्व भारतीय संस्कृति और प्रकृति के गहरे संबंध को दर्शाता है। यह पर्व सूर्य, जल, वायु, धरती और मानव के बीच संतुलन और श्रद्धा का संदेश देता है।
आस्था, अनुशासन और स्वच्छता का पर्व
उपायुक्त ने कहा कि छठ महापर्व न केवल आस्था और भक्ति का प्रतीक है, बल्कि यह स्वच्छता, अनुशासन और आत्मसंयम का प्रतीक भी है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखें और इसी भावना से समाज में सकारात्मकता फैलाएं।
प्रशासनिक व्यवस्था की सराहना
डीसी ने प्रशासनिक स्तर पर किए गए तैयारियों की सराहना की। उन्होंने कहा कि जिले के सभी छठ घाटों पर सुरक्षा, सफाई और रोशनी की उत्तम व्यवस्था की गई थी। इस कार्य में लगे प्रशासनिक कर्मियों, समाजसेवियों और स्थानीय नागरिकों को उन्होंने धन्यवाद दिया।

श्रद्धा और उल्लास से भरा माहौल
उगते सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही पूरे जिले में भक्ति और उल्लास का वातावरण देखने को मिला। महिलाएं पारंपरिक वेशभूषा में छठ गीत गाते हुए सूर्य देव की आराधना में लीन रहीं। विभिन्न घाटों पर व्रतधारियों और श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी और हर जगह छठ मईया के जयकारे गूंजते रहे।

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