Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    30 Oct, 2025 ♦ 8:49 AM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»क्राइम»बांग्लादेश हिंसा में 73 वर्षीय पुजारी शेखर लाल गोस्वामी का संघर्ष, कहा जो हो जाए पीछे नहीं हटेंगे
    क्राइम

    बांग्लादेश हिंसा में 73 वर्षीय पुजारी शेखर लाल गोस्वामी का संघर्ष, कहा जो हो जाए पीछे नहीं हटेंगे

    Sponsored By: ADITI ARYA August 11, 2024No Comments2 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    कल्याण दास, देहरादून:  बांग्लादेश इस समय संकट के दौर से गुजर रहा है. राजनैतिक तख्तापलट के बाद वहां अल्पसंख्यक हिंदुओं पर हमले तथा मंदिरों में तोड़फोड़ की खबरें सामने आई थीं. इस बीच ढाका के एक प्रमुख इलाके में स्थित 5 शताब्दियों से अधिक पुराने श्री सिद्धेश्वरी काली मंदिर के पुजारी अपना देश नहीं छोड़ना चाहते. 12वीं पीढ़ी के पारिवारिक पुजारी 73 वर्षीय शेखर लाल गोस्वामी ने कहा कि वे अपने देश में अल्पसंख्यकों पर हो रही हिंसा और हमलों की खबरों के बावजूद पीछे नहीं हटेंगे. गोस्वामी ने यह भी कहा कि मैं इस मंदिर को नहीं छोड़ूंगा, चाहे कुछ भी हो जाए. उन्होंने बताया कि बांग्लादेश में मैंने इससे भी बदतर हालात देखे हैं.

    गोस्वामी ने अपने साथ हुए घटना को बताया

    उन्होंने घटनाको याद करते हुए कहा, जब 1971 में पाकिस्तानी सैनिकों ने उन्हें 583 साल पुराने मंदिर से दो बार अगवा किया था. इसके बाद वे भारतीय सेना की सहायता से मुक्ति संग्राम में लड़ने के लिए मुक्ति वाहिनी बल में शामिल हो गए थे. उन्होंने बताया, ‘जब मुझे पहली बार अगवा किया गया था, तब मैं लगभग 20 साल का था और पुजारी की पोशाक में मां काली के सामने प्रार्थना कर रहा था. पाकिस्तानी सैनिकों ने मेरी आंखों पर पट्टी बांध दी और मुझे जीप में डाल दिया. मैंने फिर लौटने की उम्मीद छोड़ दी थी. लेकिन उन्होंने मुझे छोड़ दिया.’

    #Online news 73 वर्षीय पुजारी शेखर लाल गोस्वामी का संघर्ष Current News Daily News Johar Live आज की खबर बांग्लादेश हिंसक स्थानीय खबर हिन्दू पुजारी
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Articleपिता की डांट से नाराज होकर नाबालिग ने की आत्महत्या
    Next Article 15 अगस्त तक झारखंड में हो सकती है बारिश: रांची समेत कई जिलों के लिए चेतावनी

    Related Posts

    विदेश

    गाज़ा में युद्धविराम के बावजूद हवाई हमले, 30 लोगों की मौ’त

    October 29, 2025
    गुमला

    गुमला में तेज रफ्तार बाइक ने ऑटो को मारी टक्कर, दो बच्चों समेत छह लोग घायल

    October 28, 2025
    विदेश

    कतर के अमीर शेख से मिले ट्रंप, बोले- मध्य पूर्व में अब शांति एक हकीकत

    October 26, 2025
    Latest Posts

    झारखंड में सोना सस्ता, चांदी महंगी : खरीदारी से पहले जरूर चेक करें आज के ताजा रेट

    October 30, 2025

    बिहार में 20 सालों का बदलाव : नीतीश ने गिनाए विकास के बड़े काम, कहा- हम जो कहते हैं, पूरा करते हैं

    October 30, 2025

    झारखंड में तूफान ‘मोंथा’ का कहर : भारी बारिश और तेज हवाओं के साथ ठंड की दस्तक

    October 30, 2025

    Aaj Ka Rashifal, 30 October 2025 : जानें किस राशि का क्या है आज राशिफल

    October 30, 2025

    कुख्यात राहुल सिंह गिरोह के चार गुर्गे धराये, लेवी के लिए राजधर साइडिंग और NTPC में भी की थी फा’यरिंग

    October 29, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech. | About Us | AdSense Policy | Privacy Policy | Terms and Conditions | Contact Us

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.