Patna : बिहार के सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक गुणवत्ता सुधारने और शिक्षकों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से शिक्षा विभाग ने एक सराहनीय कदम उठाया है. इसी कड़ी में अप्रैल महीने के लिए राज्य भर से 61 उत्कृष्ट शिक्षकों को ‘टीचर ऑफ द मंथ’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया है. यह पहल शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ के निर्देश पर की गई है. इस योजना के तहत प्रत्येक माह प्रखंड स्तर पर बेहतर कार्य करने वाले शिक्षकों को चयनित कर प्रशस्ति-पत्र देकर सम्मानित किया जा रहा है, ताकि वे अन्य शिक्षकों के लिए प्रेरणा बन सकें.
प्रमुख शिक्षकों को मिला सम्मान
अप्रैल माह के लिए चयनित शिक्षकों में वैशाली जिले के जनदाहा प्रखंड स्थित नवसृजित प्राथमिक विद्यालय चक्काजायब के शिक्षक मो. अजहर को ‘टीचर ऑफ द मंथ’ चुना गया है. वहीं सुपौल के जगतपुर मध्य विद्यालय की शिक्षिका दीप शिखा, छातापुर प्रखंड के केवला प्राथमिक विद्यालय के नरेश कुमार निराला, सीतामढ़ी के पुपरी प्रखंड स्थित परसौनी मध्य विद्यालय की अनुराधा कुमारी और समस्तीपुर के पूसा प्रखंड स्थित दिघरा उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक मुकेश कुमार ‘मृदुल’ को भी इस सम्मान से नवाजा गया है.
राज्यभर से मिले सम्मानित शिक्षक
इसके अलावा समस्तीपुर के हुसनपुर प्रखंड स्थित कन्या प्राथमिक विद्यालय, मालदह के बैद्यनाथ रजक, पूर्णिया के मंझेलीहाट मध्य विद्यालय के बिरजू कुमार, कसवा प्रखंड के प्राथमिक विद्यालय ठाकुरबाड़ी मुसहरी टोला की शिक्षिका उषा कुमारी, और पूर्वी चंपारण के घोड़ासाहन प्रखंड स्थित महंथ रामजी दास शशि भूषण दास प्रोजेक्ट कन्या उच्च विद्यालय की अनम शेख को भी अप्रैल महीने के ‘टीचर ऑफ द मंथ’ के रूप में चुना गया है.
शिक्षा व्यवस्था में सुधार की उम्मीद
शिक्षा विभाग की इस पहल से राज्य के शिक्षकों में उत्साह देखा जा रहा है. ‘टीचर ऑफ द मंथ’ पुरस्कार से न केवल शिक्षकों के मनोबल में वृद्धि हो रही है, बल्कि स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के प्रति जागरूकता भी बढ़ रही है. विभाग को उम्मीद है कि इस तरह की पहलों से बिहार की शिक्षा व्यवस्था में सार्थक बदलाव आएगा.
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