New Delhi : दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के सामने हुए आतंकी विस्फोट मामले की जांच अब राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) करेगी। गृह मंत्रालय ने यह निर्णय एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक के बाद लिया, जिसके बाद पूरे मामले की जांच आधिकारिक रूप से NIA को सौंप दी गई है।
मंगलवार सुबह गृह मंत्री अमित शाह ने इस घटना की गंभीरता को देखते हुए अपने आवास पर एक हाई लेवल मीटिंग बुलाई थी। बैठक सुबह 11 बजे शुरू हुई, जिसमें घटना से जुड़ी प्रारंभिक रिपोर्ट पर चर्चा की गई और आगे की रणनीति तय की गई।
बैठक में केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन, खुफिया ब्यूरो (IB) के निदेशक, दिल्ली पुलिस आयुक्त, एनआईए के डीजी सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। गृह मंत्री ने बैठक की अध्यक्षता की और सभी संबंधित एजेंसियों से जांच में समन्वय बनाए रखने के निर्देश दिए।

सूत्रों के अनुसार, बैठक के दौरान यह माना गया कि घटना में आतंकी कोण की संभावना को नज़रअंदाज नहीं किया जा सकता। इसलिए, मामले को राष्ट्रीय जांच एजेंसी के हवाले करना आवश्यक समझा गया ताकि जांच व्यापक और निष्पक्ष तरीके से हो सके।
वहीं, जम्मू-कश्मीर के डीजीपी ने भी इस बैठक में वर्चुअल माध्यम से हिस्सा लिया और वहां की सुरक्षा स्थिति से संबंधित जानकारी साझा की।
गृह मंत्रालय ने कहा है कि एनआईए जल्द ही घटनास्थल का दौरा करेगी और साक्ष्यों को वैज्ञानिक ढंग से जांचेगी। एजेंसी दिल्ली पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर मामले की तह तक जाने की कोशिश करेगी।
यह विस्फोट राष्ट्रीय राजधानी के बेहद संवेदनशील क्षेत्र में हुआ था, जिससे सुरक्षा एजेंसियां पूरी तरह अलर्ट पर हैं। सरकार ने साफ किया है कि आतंकवाद के किसी भी रूप को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों को जल्द कानून के दायरे में लाया जाएगा।

