Patna : संजय गांधी जैविक उद्यान और पटना जू के विजिटर्स अब जल्द ही राजगीर जू सफारी के शेर और अन्य विशेष जानवर देख सकेंगे। जू में शेर को दर्शकों के लिए केज में प्रदर्शित किया जाएगा और उसकी दहाड़ जू में गूंजेगी।
जू सफारी से शेर के लिए एक मेल और एक फीमेल लाने की योजना बनाई गई है। वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार जू में शेर की संख्या संतुलित है और सीजेडए से अनुमति मिलने के बाद ही शेर पटना लाया जाएगा। इसी बीच, पटना जू में हिरण को और अच्छे तरीके से प्रदर्शित किया जा रहा है, ताकि बच्चे उसे आसानी से देख सकें।
बाघ और गैंडा लाने की प्रक्रिया भी जारी है। देश के विभिन्न चिड़ियाघरों से जानकारी लेकर अदला-बदली के तहत इन जानवरों को लाया जाएगा। जिन जानवरों के बदले बाघ और गैंडा लाए जाएंगे, उन्हें घड़ियाल या अन्य जानवरों के रूप में भेजा जाएगा।

इसके अलावा, अमेरिका में पाए जाने वाले जगुआर को भी पटना जू में दिखाने की योजना है। जगुआर मांसाहारी जानवरों में शेर और बाघ के बाद तीसरा सबसे भारी जानवर माना जाता है।
जू अधिकारियों का कहना है कि देश के हैदराबाद, असम, यूपी, कर्नाटक सहित कई चिड़ियाघरों से संपर्क जारी है और सभी कागजी प्रक्रिया पूरी होने के बाद जानवरों की अदला-बदली की जाएगी।
इससे पटना जू के विजिटर्स को शेर, बाघ, गैंडा और जगुआर सहित कई दुर्लभ जानवरों का दीदार करने का अवसर मिलेगा।

