Ranchi : सीसीएल में आयोजित दो दिवसीय ‘सतर्कता महोत्सव-2025’ का शनिवार को भव्य समापन हुआ। इस अवसर पर रांची के विभिन्न स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों से बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान युवाओं ने अपनी प्रतिभा, कला और सृजनशीलता से सभी का मन मोह लिया। अंतिम दिन आयोजित ‘फेस पेंटिंग’ और ‘सोलो सॉन्ग’ प्रतियोगिता में प्रतिभागियों ने देशभक्ति गीतों और कलाकृतियों के माध्यम से सतर्कता, ईमानदारी और देशप्रेम का संदेश दिया।
समापन समारोह में मुख्य अतिथि सीसीएल के मुख्य सतर्कता अधिकारी (CVO) पंकज कुमार ने कहा कि, “सीसीएल का उद्देश्य स्थानीय युवाओं और विद्यार्थियों को मंच देना है ताकि वे आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ सकें। हर पीढ़ी की जिम्मेदारी है कि वह आने वाली पीढ़ी को एक बेहतर और स्वच्छ माहौल दे। हमारे प्रयासों से सतर्कता का संदेश घर-घर तक पहुँचना चाहिए।”
कार्यक्रम के दौरान आयोजित लाइव पेंटिंग वर्कशॉप में विभिन्न राज्यों से आए कलाकारों को सम्मानित किया गया। इसके अलावा रंगोली, फेस पेंटिंग, स्ट्रीट पेंटिंग, सोलो सॉन्ग और पॉट पेंटिंग प्रतियोगिता के विजेताओं को प्रमाणपत्र, मेडल और ट्रॉफी प्रदान की गई।


प्रतियोगिताओं के विजेता इस प्रकार रहे…
सोलो सॉन्ग प्रतियोगिता
प्रथम: अबीर दयाल सतसंगी
द्वितीय: हितेन कश्यप
तृतीय: उत्कर्ष अक्षय मिश्रा
फेस पेंटिंग प्रतियोगिता
प्रथम: मुस्कान कुमारी एवं मिथुन बेदिया
द्वितीय: अनुज कुमार एवं पियूष कर्मकार
तृतीय: सना अहमद एवं रायन अहमद
रंगोली प्रतियोगिता
प्रथम: दिव्या श्रीवास्तव एवं खुशबू कुमारी
द्वितीय: दक्ष घोष एवं सोनू कुमार दास
तृतीय: अंशिका एवं भारती कुमारी
पॉट पेंटिंग प्रतियोगिता
प्रथम: नीलम कुमारी एवं खुशबू कुमारी
द्वितीय: गौरव पाल एवं दिव्या श्रीवास्तव
तृतीय: दीपेंटी सरकार एवं काहकशां इम्तियाज
स्ट्रीट पेंटिंग प्रतियोगिता
प्रथम: मयंक ठक्कर एवं अभिनव
द्वितीय: आकाश रंजन एवं अयान
तृतीय: रोहित कुमार एवं जानवी तिर्की
सतर्कता महोत्सव सीसीएल के वार्षिक सतर्कता जागरूकता अभियान का अहम हिस्सा है। इसका उद्देश्य युवाओं में ईमानदारी, पारदर्शिता और जिम्मेदारी की भावना को प्रोत्साहित करना है। इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को यह संदेश दिया गया कि सतर्क, जिम्मेदार और ईमानदार नागरिक ही राष्ट्र की प्रगति और सुशासन की मजबूत नींव बनाते हैं।

Also Read : हेमंत जी ने जेल जाना स्वीकार किया, पर समझौता नहीं किया : कल्पना सोरेन

