Johar Live Desk : हिंदू धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का दिन बेहद शुभ और पवित्र माना गया है। इस दिन भगवान विष्णु, शिव, लक्ष्मी और तुलसी माता की पूजा का विशेष महत्व होता है। इस साल कार्तिक पूर्णिमा 5 नवंबर 2025, बुधवार को पड़ रही है। इसी दिन देव दीपावली और गुरु नानक जयंती भी मनाई जाएगी।
कार्तिक पूर्णिमा 2025 की खास बातें
पूर्णिमा तिथि
4 नवंबर की रात 10:36 बजे से 5 नवंबर की शाम 6:48 बजे तक रहेगी।स्नान-दान का शुभ मुहूर्त:
दोपहर 1:54 बजे से 2:38 बजे तक रहेगा।
गोधूलि मुहूर्त: शाम 5:33 बजे से 5:59 बजे तक।भद्रा काल:
सुबह 6:36 बजे से 8:44 बजे तक रहेगा। इस समय शुभ कार्य नहीं करने चाहिए।
भीष्म पंचक का समापन:
कार्तिक पूर्णिमा के दिन भीष्म पंचक समाप्त होंगे और पुष्कर स्नान का विशेष महत्व रहेगा।चंद्रोदय का समय:
शाम 5:11 बजे चंद्रमा उदय होगा। (समय स्थानानुसार अलग हो सकता है।)देव दीपावली का महत्व:
मान्यता है कि इसी दिन भगवान शिव ने त्रिपुरासुर का वध कर देवताओं को मुक्त कराया था। तभी देवताओं ने दीप जलाकर उत्सव मनाया यही परंपरा आगे चलकर देव दीपावली बनी।गुरु नानक जयंती:
इसी दिन सिख धर्म के प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी की जयंती मनाई जाती है। इस बार उनका 556वां प्रकाश पर्व मनाया जाएगा।क्या करें:
भगवान शिव, विष्णु, लक्ष्मी और तुलसी माता की पूजा करें।
नदी में स्नान करें और अन्न, वस्त्र, धन का दान करें।
दीपदान करें इससे सुख-समृद्धि मिलती है।क्या न करें:
इस दिन क्रोध, झगड़ा, मांस-मदिरा और तामसिक भोजन से दूर रहें।
किसी से कटु वचन न बोलें।कितने दीपक जलाएं:
5, 7, 9, 11, 21, 51 या 101 दीपक जलाए जा सकते हैं।
कुछ लोग पूरे वर्ष की पूर्णिमाओं का फल पाने के लिए 365 बाती वाला दीपक भी जलाते हैं।


