Chandil: सरायकेला-खरसावां जिला में आस्था और श्रद्धा के महापर्व छठ पूजा के दौरान सोमवार शाम चांडिल थाना क्षेत्र के पथरदीह बिस्वास भटा के सामने स्वर्णरेखा नदी में एक दर्दनाक हादसा हो गया। अर्घ्य देने के दौरान नदी में डूबने से तीन लोगों की जान पर बन आई। सोमवार देर रात तक चले रेस्क्यू अभियान के बाद चौदह वर्षीय आर्यन यादव के शव बरामद किए गए, जबकि संजय सिंह यादव के शव को मंगलवार दोपहर नदी से निकाला गया और प्रतिक सिंह यादव की तलाश जारी है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, डिमना बस्ती निवासी 14 वर्षीय आर्यन यादव अर्घ्य देने के दौरान नदी में अचानक गहरे पानी में चला गया। उसे बचाने के प्रयास में आदित्यपुर के रहने वाले दो युवक — संजय सिंह यादव और प्रतिक सिंह यादव — नदी में कूद पड़े। लेकिन तेज बहाव और गहराई के कारण तीनों ही लहरों में समा गए।
सूचना मिलते ही घटनास्थल पर अफरा-तफरी मच गई। स्थानीय लोगों ने तुरंत पुलिस और प्रशासन को खबर दी। इसके बाद चांडिल थाना पुलिस, एनडीआरएफ की टीम और स्थानीय गोताखोरों ने संयुक्त रूप से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद पहले बच्चे आर्यन का शव निकाला गया, जबकि मंगलवार की दोपहर संजय सिंह यादव का शव भी बरामद कर लिया गया। तीसरे युवक प्रतिक की तलाश देर शाम तक जारी रही।

स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि नदी में गहरे गड्ढे बन जाने और अवैध बालू खनन के कारण पानी का बहाव बेहद खतरनाक हो गया है। घाट पर सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम भी नहीं थे, जिससे हादसा टाला नहीं जा सका।
इस दर्दनाक घटना से पूरे इलाके में मातम पसर गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में ऐसे बड़े धार्मिक आयोजनों के दौरान घाटों पर पर्याप्त सुरक्षा बल और चेतावनी संकेत लगाए जाएं, ताकि श्रद्धालुओं की जान की रक्षा हो सके।

