Johar Live Desk : पेट शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो भोजन को पचाकर पाचन रस को रक्त के माध्यम से पूरे शरीर में पहुंचाता है। पेट से जुड़ी कोई भी समस्या पूरे शरीर को प्रभावित कर सकती है और धीरे-धीरे बीमारियों का कारण बन सकती है। आयुर्वेद के अनुसार, पेट की समस्याओं के लिए ईसबगोल को सबसे कारगर माना जाता है। इसे जड़ी-बूटी की तरह इस्तेमाल किया जाता है और यह पेट की समग्र सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है।
ईसबगोल के फायदे
ईसबगोल में भरपूर मात्रा में फाइबर होता है, जो कब्ज से राहत देता है और हानिकारक बैक्टीरिया को पनपने से रोकता है। यह ग्लूटेन-मुक्त और कम कैलोरी वाला होता है, इसलिए ग्लूटेन से एलर्जी वाले लोग भी इसका सेवन कर सकते हैं। आयुर्वेद में ईसबगोल को तीनों नाड़ियों (वात, पित्त, कफ) को संतुलित करने वाला माना जाता है। इसकी तासीर ठंडी होती है और इसे अलग-अलग चीजों के साथ लेने पर यह विभिन्न समस्याओं में फायदा पहुंचाता है।
किन समस्याओं में कारगर?
- कब्ज और आंतों की सफाई : ईसबगोल कब्ज, मल त्याग में परेशानी और आंतों को साफ करने में मदद करता है।
- वजन नियंत्रण : यह भूख को कम करता है और पेट को भरा हुआ रखता है, जिससे वजन नियंत्रित रहता है।
- हार्टबर्न और गैस : पेट की जलन और गैस की समस्या में राहत देता है।
- ब्लड शुगर : यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में भी सहायक है।
- हार्मोन और बीपी : पेट साफ रहने से हार्मोन संतुलन और ब्लड प्रेशर कंट्रोल में रहता है।
ईसबगोल लेने के तरीके
- कब्ज और आंतों की सफाई : एक चम्मच ईसबगोल को नींबू और गर्म पानी के साथ मिलाकर लें। इससे पेट में जमा गंदगी साफ होती है।
- वजन नियंत्रण : सुबह खाली पेट एक चम्मच ईसबगोल को शहद और पानी के साथ लें। यह भूख कम करता है।
- हार्टबर्न और गैस : ठंडे दूध के साथ ईसबगोल लें। यह पेट को ठंडा रखता है और गैस से राहत देता है।
- ब्लड शुगर : आधा चम्मच दालचीनी को पानी में मिलाकर एक चम्मच ईसबगोल के साथ लें।
कहां होती है खेती?
ईसबगोल की खेती मुख्य रूप से सूखे इलाकों जैसे राजस्थान, हरियाणा, गुजरात और मध्य प्रदेश में की जाती है। यह प्राकृतिक रूप से फाइबर से भरपूर होता है और आयुर्वेद में इसे विशेष महत्व दिया गया है।

विशेषज्ञों की सलाह
आयुर्वेद विशेषज्ञों का कहना है कि नियमित और संतुलित मात्रा में ईसबगोल का सेवन पेट की सेहत को बनाए रखने में मदद करता है। हालांकि, इसे लेने से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है, खासकर अगर आपको कोई पुरानी बीमारी हो। इस दिवाली, पेट को स्वस्थ रखकर त्योहारों का आनंद दोगुना करें।
Disclaimer : इस लेख में दी गई जानकारी, सुझाव और सलाह केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से प्रदान की गई है। यह किसी भी प्रकार की पेशेवर चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है। किसी भी स्वास्थ्य समस्या या उपचार से संबंधित निर्णय लेने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
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