Ranchi : रांची जिला प्रशासन ने राज्य सरकार की उद्यमिता और स्वरोज़गार को बढ़ावा देने की नीति के तहत नगर निगम सभागार में “उद्यमिता विकास पर एक दिवसीय संवाद” कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम युवाओं, महिलाओं और कम प्रतिनिधित्व वाले समुदायों की प्रतिभाओं को पहचानने, उन्हें पोषण देने और नवाचार को प्रोत्साहित करने का प्रयास है। डीसी मंजूनाथ भजन्त्री के निर्देशन में आयोजित इस कार्यक्रम में रांची जिले के विभिन्न प्रखंडों से आए स्वयं सहायता समूह और उद्यमियों ने भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत में जीएमडीआईसी द्वारा प्रतिभागियों का स्वागत किया गया और प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य प्रसंस्करण उद्यम औपचारिकीकरण योजना (PMFME) और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (PMEGP) के तहत मिलने वाले वित्तीय लाभों की जानकारी दी गई।
इस अवसर पर 6 सफल उद्यमियों ने अपनी प्रेरक कहानियाँ साझा कीं, जिन्होंने नए उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनने की प्रेरणा दी। इनमें शामिल हैं:
- गॉडविन लकड़ा – Cake Walk Bakery
- ओहामंती मिन्ज – आंवला प्रोडक्शन यूनिट
- मिथिलानी – गृह मसाला उत्पादन इकाई
- पुनीत मिन्ज – हनी प्रोडक्शन यूनिट
- विमाया – Vimaya Bags
- पुनम दीदी – आजिविका दीदी कैफे
जिला प्रशासन द्वारा आयोजित Potential Entrepreneurship Programme के अंतर्गत 215 आवेदनों में से चयन प्रक्रिया के बाद 100 उद्यमियों को इस कार्यक्रम में शामिल किया गया। चयनित उद्यमियों को प्रशिक्षण, मार्गदर्शन और अन्य सहायक संसाधन प्रदान किए जाएंगे।

कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य हैं:
- स्थानीय प्रतिभाओं की पहचान और उनका पोषण करना।
- नवाचार और उद्यम निर्माण को प्रोत्साहित करना।
- युवाओं और महिलाओं को सशक्त बनाना।
उप विकास आयुक्त सौरभ कुमार भुवानिया ने कहा, “उद्यमिता आत्मनिर्भरता की दिशा में एक सशक्त माध्यम है। जिला प्रशासन का लक्ष्य स्थानीय प्रतिभाओं को सक्षम बनाकर आत्मनिर्भर रांची का निर्माण करना है।”
कार्यक्रम में जीएमडीआईसी, मुख्यमंत्री लघु एवं कुटीर उद्योग विकास बोर्ड के जिला समन्वयक, एलडीएम श्री अजय अजीत कुमार, आरसेटी और रूडसेटी निदेशक, नीति आयोग की प्रतिनिधि प्रिया श्रुति एवं सृष्टि शंकर और डीपीएम, रांची निशिकांत नीरज उपस्थित थे। कार्यक्रम का समापन डीपीएम पलाश निशिकांत नीरज के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
Also Read : युवक पर थर्मोकोल कटर से जानलेवा हमला, विधवा भाभी के अवैध संबंध का किया था विरोध