Patna : बिहार में त्योहारी सीजन शुरू हो गया है। इस साल 18 अक्टूबर को धनतेरस, 20 अक्टूबर को दिवाली और इसके बाद 6 नवंबर को छठ महापर्व मनाया जाएगा। इस दौरान दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु, हैदराबाद और पुणे जैसे बड़े शहरों में काम या पढ़ाई करने वाले बिहारवासी बड़ी संख्या में घर लौट रहे हैं। लेकिन, त्योहारी भीड़ के कारण फ्लाइट टिकटों के दाम दो से तीन गुना बढ़ गए हैं।
फ्लाइट किराए में भारी बढ़ोतरी
ट्रैवल एजेंसियों के अनुसार, 18 से 25 अक्टूबर तक पटना के लिए लगभग सभी फ्लाइट्स फुल हो चुकी हैं। दिल्ली से पटना का किराया, जो सामान्य दिनों में 4,000-5,000 रुपये होता है, 18 अक्टूबर को 23,500 रुपये तक पहुंच गया है। मुंबई से पटना का टिकट 30,200 रुपये तक बिक रहा है, जो सामान्य से तीन गुना ज्यादा है। छठ पर्व के आसपास भी किराए ऊंचे हैं—दिल्ली से 24,100 और मुंबई से 24,000 रुपये।
अन्य शहरों से पटना के किराए
- बेंगलुरु : 12,900 से 21,600 रुपये
- हैदराबाद : 12,800 से 22,961 रुपये
- पुणे : 20,900 से 25,900 रुपये
- कोलकाता : 7,000 से 12,000 रुपये
ट्रैवल एजेंट्स का कहना है कि पटना की फ्लाइट्स के दाम बैंकॉक या बाली की ट्रिप से भी महंगे हो गए हैं।

ट्रेनों में भी सीटें फुल
रेलवे की स्थिति भी हवाई यात्रा से अलग नहीं है। बिहार जाने वाली ज्यादातर ट्रेनों में टिकट वेटलिस्ट में हैं। ट्रैवल ऑपरेटर्स के मुताबिक, इस बार बुकिंग जल्दी शुरू होने से ट्रेन में सीट मिलना लगभग असंभव है।
कब सामान्य होंगे किराए?
ट्रैवल इंडस्ट्री से जुड़े लोगों का कहना है कि 10 नवंबर के बाद, जब त्योहारी सीजन खत्म होगा, फ्लाइट किराए सामान्य हो जाएंगे। फिलहाल, लोग मजबूरी में महंगे टिकट खरीदकर परिवार के साथ दिवाली और छठ मनाने को मजबूर हैं।
मंत्रालय का दावा खोखला
नागरिक उड्डयन मंत्रालय और विमानन कंपनियों ने दावा किया था कि त्योहारी सीजन में किराया नहीं बढ़ेगा और अतिरिक्त उड़ानें चलाई जाएंगी। लेकिन, बढ़े हुए किराए और फुल बुकिंग ने यात्रियों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
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