Ranchi: रांची में झारखंड की परंपरागत कला, संस्कृति और स्वाद से सजा सबसे लोकप्रिय जसोवा दिवाली मेला इस साल अपना रजत जयंती वर्ष मना रहा है। यानी 25 साल की उजली विरासत और उत्साह का जश्न। मेला कल, 9 अक्टूबर को मोरहाबादी मैदान में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन द्वारा उद्घाटन किया जाएगा। इसके बाद पांच दिन तक, 9 से 13 अक्टूबर तक, मोरहाबादी मैदान रौशनी, रंग और उत्सव से जगमगाएगा।
रांची की गलियों से लेकर झारखंड के 24 जिलों तक के अनोखे व्यंजन इस मेले में पेश किए जाएंगे। रांची के प्रसिद्ध रेस्टोरेंट्स भी अपने बेहतरीन पकवानों के साथ मौजूद रहेंगे। खास बात यह है कि घर पर कुकिंग करने वाली प्रतिभाशाली महिलाओं को भी मंच दिया गया है, जहां वे अपने हुनर का प्रदर्शन करेंगी।
मेला हर शाम नए रंग और अंदाज के साथ बच्चों और युवाओं के लिए आकर्षक कार्यक्रमों का आयोजन करेगा। बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रमों में हेल्दी बेबी शो और फैशन शो 11 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से और पेंटिंग प्रतियोगिता 12 अक्टूबर को दोपहर 12 बजे से आयोजित की जाएगी। इसके अलावा मेले में कई प्रतियोगिताएं भी होंगी, जो बच्चों की रचनात्मकता और प्रतिभा को निखारेंगी।

मेला झारखंड के बेहतरीन हैंडलूम उत्पादों, बनारसी सिल्क, कश्मीरी साड़ियों, लखनऊ की चिकनकारी, आभूषण और होम डेकोरेशन आइटम्स का बेहतरीन मिश्रण पेश करेगा। फर्नीचर और कारपेट के स्टॉल भी उपलब्ध रहेंगे। राज्य सरकार के विभिन्न विभागों के स्टॉल मेले में उपस्थित लोगों को कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देंगे और उन्हें इन योजनाओं का लाभ लेने के तरीकों से अवगत कराएंगे। विभिन्न सरकारी बैंकों के स्टॉल पर लोन और अन्य वित्तीय सुविधाओं की जानकारी भी उपलब्ध होगी।
जसोवा मेले का उद्देश्य केवल त्योहार का आनंद नहीं है। यह समाज को आगे बढ़ाने, महिला शक्ति को बढ़ावा देने और आत्मनिर्भरता को प्रोत्साहित करने की दिशा में एक सकारात्मक पहल भी है। इस दिवाली, मोरहाबादी मैदान पर स्वाद, संस्कृति और शॉपिंग का अनोखा अनुभव लेने का मौका मिलेगा। जसोवा सिर्फ एक मेला नहीं, बल्कि झारखंड की आत्मा, परंपरा और गौरव का उत्सव है।