Bihar: पटना में कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) की बैठक पांच घंटे चली, जिसमें पार्टी ने दो बड़े प्रस्ताव पास किए और वोट चोरी के खिलाफ पांच करोड़ हस्ताक्षर जुटाने का अभियान शुरू करने की घोषणा की।
बैठक में संगठन को मजबूत करने पर जोर दिया गया। कांग्रेस ने कहा कि अगर जमीनी स्तर पर संगठन मजबूत नहीं होगा तो चुनावी लड़ाई अधूरी रहेगी। इसके तहत पार्टी कार्यकर्ताओं को बूथ स्तर पर तैयार किया जाएगा और व्यापक अभियान चलाया जाएगा।
वोट चोरी के मुद्दे पर पार्टी ने 15 सितंबर से 15 अक्टूबर तक देशभर में हस्ताक्षर अभियान चलाने की घोषणा की। पांच करोड़ हस्ताक्षर अक्टूबर के अंत तक चुनाव आयोग को सौंपे जाएंगे।

बैठक में राहुल गांधी ने केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर कड़ी निंदा की और कहा कि यह लड़ाई सिर्फ कांग्रेस की नहीं बल्कि लोकतंत्र बचाने की है। उन्होंने मोदी सरकार की कूटनीति और नीति पर भी सवाल उठाए।
जातिगत गणना और आरक्षण पर भी चर्चा हुई। राहुल गांधी ने कहा कि केंद्र सरकार ने दबाव में जातिगत जनगणना का फैसला लिया, लेकिन बिहार में हुई गणना के आधार पर आरक्षण बढ़ाने की मंजूरी नहीं दी गई।
GST पर कांग्रेस ने कहा कि यह अधूरा है और ठीक से लागू नहीं किया गया, इसका सबसे अधिक बोझ राज्यों पर पड़ा। पार्टी ने वादा किया कि सत्ता में आने पर इसे सुधारना प्राथमिकता होगी।
बैठक के बाद जयराम रमेश ने कहा कि जैसे तेलंगाना में CWC बैठक के दो महीने के भीतर कांग्रेस की सरकार बनी थी, वैसे ही अब बिहार में भी महागठबंधन की सरकार बनने की संभावनाएं बढ़ गई हैं।
CWC बैठक से साफ हुआ कि कांग्रेस इस बार बिहार विधानसभा चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाने की रणनीति बना रही है। राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि पार्टी के फैसले सहयोगी दलों के लिए यह संदेश हैं कि वह सीट बंटवारे और मुख्यमंत्री पद के मुद्दों पर दबाव बनाए रखेगी।