Johar Live Desk : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर 2025 को अपना 75वाँ जन्मदिन मनाएँगे। 2014 में सत्ता संभालने के बाद से उन्होंने स्वास्थ्य, स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण, आवास, वित्तीय समावेशन और पर्यावरण संरक्षण से जुड़ी कई महत्वपूर्ण योजनाएँ शुरू कीं।
स्वच्छ भारत अभियान 2 अक्टूबर 2014 को शुरू हुआ। इसका लक्ष्य खुले में शौच की प्रथा को समाप्त करना और देशभर में स्वच्छता की व्यवस्था को मजबूत करना था। इस योजना के तहत 10 करोड़ से अधिक शौचालय बनाए गए और 6 लाख से अधिक गाँव खुले में शौच से मुक्त घोषित किए गए।
प्रधानमंत्री जन-धन योजना 28 अगस्त 2014 को शुरू हुई। इसने करोड़ों लोगों को औपचारिक बैंकिंग प्रणाली से जोड़ा और जम त्रयी (जन-धन, आधार और मोबाइल) की नींव रखी, जिससे सब्सिडी और कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सीधे और पारदर्शी तरीके से लोगों तक पहुँच सका।
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ 22 जनवरी 2015 को शुरू हुआ। इस योजना का उद्देश्य गिरते बालिका अनुपात को सुधारना और लड़कियों की शिक्षा को प्रोत्साहित करना था।
नमामि गंगे कार्यक्रम जून 2014 में शुरू हुआ। इसका मकसद गंगा नदी की सफाई और पुनरुद्धार था। इसमें सीवेज ट्रीटमेंट, प्रदूषण नियंत्रण और जनसहभागिता पर जोर दिया गया।
प्रधानमंत्री आवास योजना जून 2015 में शुरू हुई। “सबके लिए आवास” के लक्ष्य के साथ लाई गई इस योजना का उद्देश्य गरीबों को सस्ते घर उपलब्ध कराना था। इसमें मकान बनाने और खरीदने पर सब्सिडी दी गई, जिसमें महिलाओं और वंचित वर्गों को प्राथमिकता दी गई।
आयुष्मान भारत योजना 22 सितंबर 2018 को शुरू हुई। यह दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी स्वास्थ्य बीमा योजना है। इसमें प्रत्येक परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का कवरेज मिलता है और अब तक 7 करोड़ से अधिक नि:शुल्क अस्पताल में भर्ती इस योजना के माध्यम से हो चुकी हैं।
प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना मई 2016 में शुरू हुई। इसके तहत गरीबी रेखा से नीचे रहने वाली महिलाओं को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन दिए गए। इससे उन्हें लकड़ी और कोयले जैसे हानिकारक ईंधनों से छुटकारा मिला और रसोई में स्वच्छ ईंधन का उपयोग बढ़ा।
लखपति दीदी योजना 15 अगस्त 2023 को शुरू हुई। इसका उद्देश्य महिलाओं को आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाना है। स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को प्रशिक्षित कर कम से कम एक लाख रुपये वार्षिक आय सुनिश्चित करने पर बल दिया गया।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को सीधे नकद लाभ देती है। इसमें पहले जीवित जन्म पर 5000 रुपये और यदि दूसरा बच्चा लड़की हो तो अतिरिक्त लाभ दिया जाता है।
सुकन्या समृद्धि योजना 2015 में शुरू हुई। इसका उद्देश्य बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करना है। इसके अंतर्गत माता-पिता अपनी बेटियों के नाम से विशेष बचत खाता खोल सकते हैं, जिसमें ऊँची ब्याज दर और कर छूट का लाभ मिलता है।