Jamshedpur: जमशेदपुर के दर्जनों छोटे व्यापारियों के सामने कॉमर्शियल टैक्स विभाग की कार्रवाई का खतरा मंडरा रहा है। विभाग ने 2021 से 2024 तक के डिजिटल पेमेंट (UPI/QR Code) डेटा के आधार पर इन व्यापारियों को GST नोटिस भेजे हैं, जिनमें लाखों रुपये के टैक्स की वसूली की चेतावनी दी गई है।
यहां तक कि बिष्टुपुर के पान दुकानदारों, भूंजा बेचने वाले ठेले, फल और फूल विक्रेता, चाय दुकानदार और छोटे किराना दुकानदार भी इस नोटिस की चपेट में आ गए हैं। उनका कहना है कि उनका कारोबार केवल छूट प्राप्त वस्तुओं तक सीमित है, लेकिन डिजिटल पेमेंट के आंकड़ों को देखकर इसे उनके बिजनेस टर्नओवर के रूप में मान लिया गया है।
व्यापारी संगठनों के अनुसार, UPI और QR Code से जुड़ी कई ट्रांजैक्शंस निजी लेन-देन से भी होती हैं, जिनसे व्यापार की आय नहीं बनती, फिर भी इन्हें व्यापार के आय में जोड़कर नोटिस जारी कर दिए गए हैं। बैंक अधिकारियों के मुताबिक, जमशेदपुर में डिजिटल पेमेंट का चलन इतना बढ़ गया है कि कई बार एटीएम का उपयोग 2-3 दिनों तक नहीं होता।
इस मसले पर कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने छोटे व्यापारियों के बीच बैठकें शुरू कर दी हैं, ताकि वे स्थिति को सही तरीके से समझें और आगे की कार्रवाई पर विचार कर सकें।
सिंहभूम चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष विजय आनंद मूनका ने कहा, “डिजिटल इंडिया की दिशा में कदम बढ़ाना एक सकारात्मक पहल है, लेकिन छोटे व्यापारियों को इस व्यवस्था में परेशान नहीं किया जाना चाहिए। कर्नाटका में भी फल और सब्जी विक्रेताओं को इसी तरह की दिक्कतें आ रही हैं। सरकार को चाहिए कि छोटे कारोबारियों को राहत देने वाली नीति बनाए।”