New Delhi : साल 2024-25 के दौरान ट्रेनों में खराब खाने को लेकर यात्रियों की ओर से 6645 शिकायतें दर्ज की गई हैं। यह जानकारी रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने राज्यसभा में दी। उन्होंने बताया कि इनमें से 1341 मामलों में खाद्य आपूर्तिकर्ताओं पर जुर्माना लगाया गया।
रेल मंत्री ने बताया कि शिकायतों के आधार पर 2995 मामलों में चेतावनी दी गई, 1547 मामलों में सलाह दी गई और 762 अन्य मामलों में अलग-अलग कार्रवाई की गई। यह कदम यात्री सुरक्षा और भोजन की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिए उठाए गए।
माकपा सांसद जॉन ब्रिटास ने ट्रेनों में परोसे जा रहे खाने की गुणवत्ता और ठेकों में पारदर्शिता का मुद्दा उठाया था। इसके जवाब में रेल मंत्री ने कहा कि आईआरसीटीसी द्वारा ट्रेनों में खानपान सेवाओं के लिए पारदर्शी निविदा प्रक्रिया अपनाई जाती है और अब तक 20 कंपनियों को ठेके दिए गए हैं।
खाद्य गुणवत्ता सुधारने के लिए रेलवे ने कई कदम उठाए हैं, जिनमें बेस किचन में सीसीटीवी, फूड सेफ्टी सुपरवाइजर की तैनाती, ब्रांडेड सामग्री का उपयोग और सफाई पर विशेष ध्यान शामिल है।
Also Read : कारगिल विजय दिवस : 26 साल पहले भारत ने जीता था ऐतिहासिक युद्ध
Also Read : बिहार में पत्रकारों की पेंशन में बढ़ोतरी, अब मिलेंगे 15 हजार रुपए हर महीने