Johar Live Desk : बोकारो से कांग्रेस विधायक श्वेता सिंह की परेशानी बढ़ सकती है। राजभवन ने निर्वाचन आयोग से पूछा है कि उनके खिलाफ मामला ऑफिस ऑफ प्रॉफिट का बनता है या नहीं।
दरअसल, श्वेता सिंह के नाम पर BSL और HSCL में दो क्वार्टर आवंटित हैं। सेक्टर-3 के क्वार्टर संख्या 562 का 2.77 लाख रुपये और क्वार्टर संख्या 873 का 97 हजार रुपये बकाया है। उन्होंने यह जानकारी विधानसभा चुनाव के दौरान शपथ पत्र में नहीं दी थी।
बीजेपी ने की शिकायत
पूर्व विधायक बिरंची नारायण ने इस मामले की शिकायत राज्यपाल और निर्वाचन आयोग से की थी। इसके बाद राजभवन ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (CEO) से रिपोर्ट मांगी। जांच में खुलासा हुआ कि श्वेता सिंह ने एक क्वार्टर ब्रह्रा सर्विस सोसाइटी की सचिव के तौर पर लिया है।
दो पैन कार्ड और वोटर आईडी भी सवालों में
आयकर विभाग ने बताया कि श्वेता सिंह के नाम दो पैन कार्ड हैं — एक गुरुग्राम और दूसरा रामगढ़ में। दोनों में जन्म तिथि एक ही (19 जून 1984) है, लेकिन एक में पिता का नाम दिनेश कुमार सिंह और दूसरे में संग्राम सिंह (जो उनके पति का नाम है) लिखा है।
इसके अलावा बिहार के जमुई में उनके नाम से एक वोटर आईडी कार्ड भी मिला था, जिसे अब रद्द कर दिया गया है। नियम के अनुसार किसी व्यक्ति के पास एक से अधिक वोटर आईडी नहीं हो सकती। बीजेपी ने इस पूरे मामले को गंभीर बताते हुए राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा है और मांग की है कि श्वेता सिंह की विधायकी रद्द की जाए।
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