Patna : बिहार में बीएड कॉलेजों की गुणवत्ता को लेकर नेशनल काउंसिल फॉर टीचर एजुकेशन (NCTE) ने सख्त रुख अपनाया है। एक दर्जन से अधिक बीएड कॉलेजों को NCTE ने कारण बताओ नोटिस जारी किया है। इनमें कई कॉलेजों पर नामांकन प्रक्रिया रोकने की तैयारी की जा रही है।
इन कॉलेजों में शिक्षकों की भारी कमी, बुनियादी ढांचे की कमी और फिक्स्ड डिपॉजिट की राशि जमा न करने जैसी गंभीर अनियमितताएं पाई गई हैं। नोटिस प्राप्त कॉलेजों में मौलाना मजहरुल हक अरबी फारसी विश्वविद्यालय, मगध विश्वविद्यालय और ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से संबद्ध संस्थान शामिल हैं।
प्रमुख कॉलेजों में एसएम जाहिर आलम टीचर ट्रेनिंग कॉलेज (दरभंगा), चंद्रगुप्त मौर्य कॉलेज ऑफ एजुकेशन (बिहटा), कांति देवी कॉलेज (पटना), आर्यभट्ट टीचर ट्रेनिंग कॉलेज (पटना), बैद्यनाथ कॉलेज ऑफ एजुकेशन (नवादा), साईं बीएड कॉलेज (रोहतास), और प्रह्राद राय कॉलेज (बक्सर) शामिल हैं।
एनसीटीई ने स्पष्ट किया है कि यदि निर्धारित समय में कमियां दूर नहीं की गईं और जरूरी दस्तावेज जमा नहीं किए गए तो संबंधित कॉलेजों पर नामांकन पर रोक लगाई जा सकती है।
बिहार में फिलहाल 339 बीएड कॉलेजों में नामांकन प्रक्रिया चल रही है। पहले राउंड के लिए 37,150 सीटों में से 36,000 सीटों पर मेधा सूची जारी हो चुकी है, जो 15 जुलाई तक चलेगी।