Ranchi : देवघर में विश्व प्रसिद्ध श्रावणी मेला शुरू होने में मात्र अब 5 दिन बचे है। कावड़ियों की सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन हर स्तर पर तैयारियां पूरी कर चुका है। मेले में किसी तरह की समस्या कावड़ियों को न हो, इसके मद्देनजर चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है। देवघर और बासुकीनाथ मिलाकर कुल 11024 पुलिस पदाधिकारी व कर्मियों की तैनाती हुई है। इसमें देवघर में 8704 पुलिस पदाधिकारी और जवान की प्रतिनियुक्ति की गई है. इसमें 96 इंस्पेक्टर, 750 एसआई ओर एएसआई, 1101 सशस्त्र बल, 5473 लाठीबल, 434 महिला लाठीबल, एसाल्ट ग्रुप, बीडीएस, श्वान दस्ता, आंसू गैस दस्त, एटीएस हिट टीम शामिल है। जबकि दुमका में 2320 पुलिस पदाधिकारी और जवान की प्रतिनियुक्ति की गई है. 8 जुलाई से 10 अगस्त तक के लिए इनकी प्रतिनियुक्ति की गई है.
सुरक्षा के मद्देनजर कई जगहों को खोला गया है अस्थाई थाना
देवघर में लाखों की भीड़ को देखते हुए कई जगह पर अस्थाई थाना भी खोला गया है। अस्थाई थाना का निगरानी का जिम्मा डीएसपी रैंक के अधिकारी को दिया जाएगा। वाहनों के भीड़ को नियंत्रित करने के लिए यातायात थाना भी खोला गया है। तय रूठ पर वाहनों का परिचालन हो इसके लिए कई जगह बैरियर और ड्रॉप गेट बनाया गया है। कंट्रोल रूम से भी यातायात व्यवस्था की निगरानी की जाएगी। देवघर एसपी अजित पीटर डुंगडुंग ने इसको लेकर हर स्तर पर प्लानिंग की तैयारी कर चुके है।
रेल मार्ग की सुरक्षा में तैनात होंगे 1215 जवान
देवघर और दुमका में आगामी एक माह तक चलने वाले श्रावणी मेले के मद्देनजर रेल मार्ग की जिम्मेदारी आरपीएफ और जीआरपी के हवाले है। आरपीएफ के 125 और जीआरपी के 1090 अधिकारी व जवानों की तैनाती की गई है। चौबीस घंटे पटरियों की निगरानी का जिम्मा आरपीएफ को सौंपा गया है। जसीडीह स्टेशन पर 50 अतिरिक्त कैमरा लगाया जाएगा, ताकि भीड़ की निगरानी की जा सकें। कंट्रोल रूम से इंस्पेक्टर के साथ आरपीएफ के जवान भी इसकी मॉनिटरिंग करेंगे।
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