Jharkhand: पटना से टाटानगर आने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस (21894) ट्रेन में सोमवार को यात्रियों को खराब और बासी खाना परोसे जाने का मामला सामने आया है। करीब 1850 रुपये किराया देने वाले यात्रियों ने आरोप लगाया कि खाने के नाम पर उन्हें बेहद घटिया गुणवत्ता का भोजन मिला, जिसमें से बासी खाने की बदबू आ रही थी।
इस मुद्दे को लेकर यात्रियों ने वंदे भारत ट्रेन में मौजूद फूड मैनेजर गौरव सिंह का घेराव किया और जवाब मांगा। मगर फूड मैनेजर ने रेलवे अधिकारियों पर ही ठीकरा फोड़ते हुए कहा कि उन्हें जो खाना पटना स्टेशन से दिया गया था, उन्होंने वही परोसा।
यात्रियों में शामिल जमशेदपुर वाणिज्य कर अधिवक्ता संघ के पूर्व महासचिव सतीश कुमार सिंह ने इस मामले की शिकायत की है और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को ट्वीट कर मामले को गंभीरता से लेने की मांग की।
उन्होंने बताया कि ट्रेन की सी-4 कोच में 43 नंबर बर्थ पर यात्रा कर रहे थे, तभी उन्हें खाने की गुणवत्ता को लेकर नाराज़गी हुई। उनका कहना है कि दोपहर को परोसा गया खाना ही रात को दोबारा गर्म कर परोस दिया गया, जिससे बदबू आ रही थी। साथ ही ट्रेन में साफ-सफाई की स्थिति भी संतोषजनक नहीं थी।
सतीश सिंह ने अपने ट्वीट में कहा कि वंदे भारत एक्सप्रेस प्रधानमंत्री का देश को तोहफा है, लेकिन रेलवे के कुछ अधिकारी और जिम्मेदार लोग इसे बर्बाद करने में जुटे हैं।
रेलवे की ओर से अभी तक इस मामले में कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है, लेकिन घटना के बाद यात्रियों में गहरा रोष है और सभी ने खाद्य व्यवस्था में सुधार की मांग की है।
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