Johar Live Desk : कनाडा के अल्बर्टा में कनानास्किस में 51वां G7 शिखर सम्मेलन आयोजित किया गया है। इस शिखर सम्मेलन में दुनिया के प्रमुख नेताओं के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी हिस्सा ले रहे हैं। यह सम्मेलन एक ऐसे समय हो रहा है जब ईरान और इजराइल के बीच युद्ध जारी है, जिसने सम्मेलन की गंभीरता को बढ़ा दिया है।
Landed in Calgary, Canada, to take part in the G7 Summit. Will be meeting various leaders at the Summit and sharing my thoughts on important global issues. Will also be emphasising the priorities of the Global South. pic.twitter.com/GJegQPilXe
— Narendra Modi (@narendramodi) June 17, 2025
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस युद्ध का हवाला देते हुए G7 सम्मेलन बीच में ही छोड़ दिया। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट ने बताया कि मध्य पूर्व में हालात बिगड़ने के कारण ट्रंप ने राष्ट्राध्यक्षों के साथ रात्रिभोज के बाद सम्मेलन छोड़ने का फैसला किया। वहीं फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने बताया कि ट्रंप ने युद्ध विराम के लिए प्रस्ताव रखा है।
SIGNED TRADE AGREEMENT: President Trump and UK Prime Minister @Keir_Starmer present their signed trade agreement. 🇺🇸🇬🇧
“It’s a fair deal for both — going to produce a lot of jobs, a lot of income.” pic.twitter.com/Fn340LyaJv
— The White House (@WhiteHouse) June 16, 2025
पीएम मोदी इस दौरान कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से मुलाकात कर सकते हैं। भारत और कनाडा के रिश्ते पिछले कुछ वर्षों में तनावपूर्ण रहे हैं, खासकर 2023 में कनाडा में हुई हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद। कनाडा ने इस हत्या में भारतीय एजेंट्स के शामिल होने का आरोप लगाया था, जिसे भारत ने सिरे से खारिज किया था। इस विवाद के कारण दोनों देशों ने एक-दूसरे के वरिष्ठ राजनयिकों को निष्कासित भी किया था। भारत ने लगातार कनाडा में बढ़ रहे चरमपंथ और भारत विरोधी गतिविधियों को लेकर चिंता जताई है और कनाडाई सरकार से ऐसे तत्वों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
G7 शिखर सम्मेलन में अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस, जापान, जर्मनी, इटली और कनाडा जैसे बड़े आर्थिक देशों के नेता शामिल होते हैं। इसमें वैश्विक शांति, सुरक्षा और अर्थव्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा होती है। भारत भी इस सम्मेलन में हिस्सा लेता रहा है और अपने विचार रखता रहा है।
Also Read : तेहरान में भारतीयों के लिए चेतावनी, दूतावास ने जारी किए हेल्पलाइन नंबर