Johar live desk: उत्तर कोयल नहर परियोजना यानी मंडल डैम से झारखंड और बिहार के किसानों को जल्द ही सिंचाई के लिए पानी मिल सकता है। इस डैम के पूरा होते ही दोनों राज्यों के लाखों किसान लाभान्वित होंगे। वहीं डूब प्रभावित क्षेत्र के 780 परिवारों को 15 लाख रुपये मुआवजा और 1-1 एकड़ जमीन दी जाएगी।
मंडल डैम परियोजना की शुरुआत 1972 में हुई थी और 1990 तक इसका 95% काम पूरा हो चुका था। लेकिन डूब क्षेत्र के लोगों के पुनर्वास की प्रक्रिया अधूरी रह गई थी। अब पलामू टाइगर रिजर्व को पुनर्वास की जिम्मेदारी दी गई है। इन परिवारों को गढ़वा जिले के रंका प्रखंड के बिश्रामपुर इलाके में बसाया जाएगा। हर परिवार को दो किस्तों में 15 लाख रुपये (पहली किस्त 10 लाख, दूसरी 5 लाख) और 1 एकड़ जमीन दी जाएगी।
डैम की ऊंचाई कम करने की भी तैयारी की जा रही है। पहले यह 367 मीटर थी, जिसे अब 42 मीटर कम किया जाएगा ताकि पेड़ काटने की नौबत न आए। टाइगर रिजर्व के क्षेत्र में करीब 3.44 लाख पेड़ काटने का प्रस्ताव था, जिसे फिलहाल टाल दिया गया है।
इस परियोजना की लागत शुरुआत में 30 करोड़ थी, जो अब बढ़कर 2,391 करोड़ से भी ज्यादा हो चुकी है। केंद्र सरकार ने 2023 में 500 करोड़ रुपए की अतिरिक्त राशि भी मंजूर की थी।
डैम पूरा होने के बाद बिहार के औरंगाबाद और गया जिलों में 2,29,793 एकड़ और झारखंड में 49,000 एकड़ भूमि को सिंचाई की सुविधा मिलेगी, जिससे खेती को बड़ी मदद मिलेगी।
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