Close Menu
    Facebook X (Twitter) Instagram
    16 Jun, 2025 ♦ 6:19 PM
    • About Us
    • Contact Us
    • Webmail
    Facebook X (Twitter) Instagram YouTube Telegram WhatsApp
    Johar LIVEJohar LIVE
    • होम
    • देश
    • विदेश
    • झारखंड
      • कोडरमा
      • खूंटी
      • गढ़वा
      • गिरिडीह
      • गुमला
      • गोड्डा
      • चतरा
      • चाईबासा
      • जमशेदपुर
      • जामताड़ा
      • दुमका
      • देवघर
      • धनबाद
      • पलामू
      • पाकुड़
      • बोकारो
      • रांची
      • रामगढ
      • लातेहार
      • लोहरदगा
      • सराइकेला-खरसावां
      • साहेबगंज
      • सिमडेगा
      • हजारीबाग
    • राजनीति
    • बिहार
    • कारोबार
    • खेल
    • सेहत
    • अन्य
      • मनोरंजन
      • शिक्षा
      • धर्म/ज्योतिष
    Johar LIVEJohar LIVE
    Home»झारखंड»जमशेदपुर»बाहा महोत्सव की शुरुआत कल से, रंगों के बजाए इस चीज से मनाते हैं होली
    जमशेदपुर

    बाहा महोत्सव की शुरुआत कल से, रंगों के बजाए इस चीज से मनाते हैं होली

    Kajal KumariBy Kajal KumariMarch 2, 2025Updated:March 2, 2025No Comments3 Mins Read
    Share Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link
    महोत्सव
    Share
    Facebook Twitter Telegram WhatsApp Email Copy Link

    Jamshedpur : इस बार बाहा महोत्सव की शुरुआत चार मार्च यानी कल से होगी. यह महोत्सव फागुन माह के पांचवे दिन से शुरू होकर पूर्णिमा तक चलेगा. जो आदिवासी बहुल इलाकों में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाएगा. जिसमें स्थानीय ग्रामीण अपने पारंपरिक रीति-रिवाजों और आस्था के साथ शामिल होंगे. बाहा महोत्सव के पहले दिन उम नड़का होगा, जिसके बाद दूसरे दिन बाहा बोंगा और तीसरे दिन बाहा सेंदरा का आयोजन किया जाएगा.

    समाज की परंपराएं और पूजा विधि

    सरजामदा निदिरटोला के पारंपरिक पुजारी नायके बाबा पलटन हेंब्रम ने बताया कि जैसे हर साल होता है, इस साल भी महिला और पुरुष पारंपरिक परिधान में जाहेरथान में जाकर माथा टेकेंगे और मरांगबुरू तथा जाहेर आयो से आशीर्वाद प्राप्त करेंगे. इसके बाद, पूजा समाप्त होने पर नायके और सह नायके बाबा समाज के लोग सखुआ यानी सरजोम बाहा बांटेंगे. पुरुष साल के फूलों को अपने कानों में पहनेंगे और महिलाएं सखुआ फूल को जुड़ों में सजाएंगी.

    तीसरे दिन, बाहा सेंदरा के दौरान आदिवासी संताल समाज के लोग एक-दूसरे पर स्वच्छ पानी डालकर बाहा का आनंद लेंगे और पानी की होली खेलेंगे. यह पानी की होली खेली जाती है क्योंकि रंगों की होली आदिवासी समाज में पूरी तरह वर्जित है.

    प्रकृति की उपासना और बाहा पर्व

    बाहा पर्व संतालों का एक प्रमुख और पवित्र पर्व है, जिसमें महिला और पुरुष पारंपरिक विधियों से जाहेरथान में जाते हैं और देवी-देवताओं का आशीर्वाद प्राप्त करते हैं. इस पर्व को केवल भारत ही नहीं, नेपाल, बांग्लादेश, म्यांमार, भूटान और अमेरिका में भी धूमधाम से मनाया जाता है. आदिवासी बहुल इलाकों में बाहा पर्व की तैयारियां लगभग पूरी हो चुकी हैं.

    पारंपरिक नियम और वर्जित वस्त्र

    पूरीहासा माझी बाबा भोक्ता हांसदा ने इस पर्व के दौरान पारंपरिक नियमों और विधियों का पालन करने की अपील की. उन्होंने बताया कि बाहा बोंगा के दौरान पुरुषों के लिए काला शर्ट, काली धोती और पीली धोती पहनना वर्जित रहेगा. वहीं, महिलाओं के लिए पंची साड़ी, काला साड़ी, जुड़े में गजरा सजाना और गुलाब फूल का उपयोग भी पूरी तरह से वर्जित रहेगा.

    बाहा महोत्सव की तिथियां

    4 मार्च : देवघर
    5 मार्च : सारजमदा, तालसा, काचा, मतलाडीह, पूरीहासा, रानीडीह, बालीगुमा, बड़ा गोविंदपुर, डिमना
    6 मार्च : केडो, खुखड़ाडीह
    7 मार्च : बारीगोड़ा, गोड़ाडीह
    8 मार्च : कदमा
    9 मार्च : राहरगोड़ा, बिरसानगर, नरवा कॉलोनी, करनडीह (दिशोम बाहा), सुरदा क्रासिंग (दिशोम बाहा)
    10 मार्च : सोनारी
    12 मार्च : बर्मामाइंस
    13 मार्च : तिलकागढ़, हलुदबनी, उलीडीह, डोमजुड़ी, राजदोहा

    बाहा महोत्सव की यह परंपरा स्थानीय आदिवासी समाज की आस्था और प्रकृति से जुड़ी हुई है, और यह प्रत्येक वर्ष श्रद्धा और हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है.

    Also Read : 150 मजदूरों का 40 लाख रुपये का बकाया, जियो मैक्स कंपनी के खिलाफ निकाला मशाल जुलूस

    4 मार्च Bada Govindpur Baha Bonga Baha Festival Baha Sendra Baliguma Barigoda Birsanagar Burmamines Deoghar Dimna Domjudi Faith Godadih Haludbani jamshedpur Kacha Kadma Karanadih Kedo Khukhadadih March 4 Matladiha Narwa Colony Phagun month Purihasa Rahargoda Rajdoha Ranidih Sarjamda Sonari Surda Crossing Talsa Tilkagadh traditional rituals tribal areas Ulidih Um Nadka आदिवासी बहुल इलाकों आस्था उम नड़का उलीडीह कदमा करनडीह काचा केडो खुखड़ाडीह गोड़ाडीह जमशेदपुर डिमना डोमजुड़ी तालसा तिलकागढ़ देवघर नरवा कॉलोनी पारंपरिक रीति-रिवाज पूरीहासा फागुन माह बड़ा गोविंदपुर बर्मामाइंस बारीगोड़ा बालीगुमा बाहा बोंगा बाहा महोत्सव बाहा सेंदरा बिरसानगर मतलाडीह राजदोहा रानीडीह राहरगोड़ा सारजमदा सुरदा क्रासिंग सोनारी हलुदबनी
    Follow on Facebook Follow on X (Twitter) Follow on Instagram Follow on YouTube Follow on WhatsApp Follow on Telegram
    Share. Facebook Twitter Pinterest LinkedIn Tumblr Telegram WhatsApp Email Copy Link
    Previous Article150 मजदूरों का 40 लाख रुपये का बकाया, जियो मैक्स कंपनी के खिलाफ निकाला मशाल जुलूस
    Next Article Aaj Ka Rashifal, 02 March 2025 : जानें किस राशि का क्या है आज राशिफल

    Related Posts

    जमशेदपुर

    सार्वजनिक स्थान पर थूकने या सिगरेट पीने पर लगेगा हर्जाना, उड़न दस्ते से होगी सख्त कार्रवाई…

    June 16, 2025
    खूंटी

    विकास के लिए समर्पित है मोदी सरकार : काशीनाथ महतो

    June 16, 2025
    गुमला

    धान व्यापारी लूटपाट मामले में दो को पुलिस ने दबोचा

    June 16, 2025
    Latest Posts

    पटाखा फैक्ट्री में हुआ भीषण धमाका, चार महिलाओं की मौ’त…

    June 16, 2025

    सार्वजनिक स्थान पर थूकने या सिगरेट पीने पर लगेगा हर्जाना, उड़न दस्ते से होगी सख्त कार्रवाई…

    June 16, 2025

    विकास के लिए समर्पित है मोदी सरकार : काशीनाथ महतो

    June 16, 2025

    धान व्यापारी लूटपाट मामले में दो को पुलिस ने दबोचा

    June 16, 2025

    बलिदान दिवस पर राज्य के नवनिर्माण की हुंकार भरेगी आजसू : प्रवीण प्रभाकर

    June 16, 2025

    © 2025 Johar LIVE. Designed by Forever Infotech.

    Type above and press Enter to search. Press Esc to cancel.