
Jamshedpur: टाटानगर रेलवे स्टेशन पर उस वक्त हंगामा मच गया जब साउथ बिहार एक्सप्रेस ट्रेन से नाबालिग लड़कियों को धर्मांतरण के लिए ले जाते कुछ युवकों को पकड़ लिया गया। ट्रेन में पांच युवक लड़कियों के साथ थे, जिनमें से तीन को पकड़ लिया गया और दो भाग गए। ये मामला बीते देर रात का है।
मामले का खुलासा तब हुआ जब ट्रेन में यात्रा कर रहे एक हिंदूवादी नेता को संदेह हुआ। उन्होंने स्थानीय नेताओं को सूचित किया, जिसके बाद स्टेशन पहुंचकर लड़कियों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया।
बताया जा रहा है कि पकड़े गए युवकों को बचाने के लिए शहर के तीन फादर जीआरपी थाना पहुंचे और उन्हें छुड़ाने का प्रयास किया, लेकिन हिंदूवादी संगठनों के विरोध के बाद वे वापस लौट गए।
यह कार्रवाई हिंदूवादी नेता अरुण सिंह के नेतृत्व में की गई। स्थानीय लोगों के अनुसार, लड़कियों को करनडीह ले जाकर धर्मांतरण कराने की योजना बनाई गई थी।
वर्तमान में टाटानगर जीआरपी मामले की जांच कर रही है और पकड़े गए युवकों तथा लड़कियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि लड़कियों को कहां से लाया गया और उन्हें कहां ले जाया जा रहा था।
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