Johar Live Desk : भारत में पासपोर्ट अब स्मार्ट और ज्यादा सुरक्षित हो गया है। सरकार ने ई-पासपोर्ट की शुरुआत की है, जिसे बायोमेट्रिक पासपोर्ट भी कहा जाता है। इसमें एक 64 KB की माइक्रोचिप लगी होती है, जो पासपोर्ट धारक की पर्सनल और बायोमेट्रिक जानकारी जैसे नाम, जन्मतिथि, डिजिटल फोटो और फिंगरप्रिंट को सुरक्षित रखती है।
यह चिप ICAO (International Civil Aviation Organization) के मानकों पर आधारित है, जिससे भारतीय ई-पासपोर्ट को दुनिया भर में पहचान और सुरक्षा मिलती है। यह पारंपरिक पासपोर्ट की तुलना में तकनीकी रूप से अधिक उन्नत और क्लोनिंग से बचाने वाला दस्तावेज़ है।
ई-पासपोर्ट की खास बातें
- RFID टेक्नोलॉजी से लैस, जो बिना फिजिकल टच के जानकारी पढ़ सकती है।
- एन्क्रिप्टेड डेटा से सुरक्षा मजबूत होती है।
- इमिग्रेशन प्रोसेस तेज और सुविधाजनक हो जाता है।
- डिजिटल सिग्नेचर से डेटा छेड़छाड़ की संभावना न के बराबर।
- नकली पासपोर्ट बनाना बेहद मुश्किल।
कौन कर सकता है आवेदन?
नया पासपोर्ट बनवाने वाले, एक्सपायर्ड या डैमेज पासपोर्ट रिन्यू कराने वाले, खोया हुआ पासपोर्ट फिर से लेने वाले, बच्चे और सीनियर सिटीजन – सभी इसके लिए आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन प्रक्रिया
- passportindia.gov.in पर लॉगिन करें।
- फॉर्म भरें और ई-पासपोर्ट का विकल्प चुनें (यदि उपलब्ध हो)।
- फीस जमा करें और नजदीकी PSK या POPSK में अपॉइंटमेंट लें।
- बायोमेट्रिक वेरिफिकेशन के बाद, पासपोर्ट डाक से आपके पते पर भेजा जाएगा।
फिलहाल यह सेवा सिर्फ राजनयिक और सरकारी अधिकारियों के लिए है, लेकिन जल्द ही देशभर के सभी नागरिकों के लिए उपलब्ध होगी। दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, हैदराबाद, लखनऊ, बेंगलुरु, कोच्चि और चंडीगढ़ जैसे शहरों में इसकी शुरुआत हो चुकी है।भारत अब वैश्विक मानकों के अनुसार यात्रियों को एक स्मार्ट, तेज और सुरक्षित पहचान पत्र देने की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
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