Johar Live Desk : शारदीय नवरात्रि 22 सितंबर 2025 से शुरू हो चुकी है। मां दुर्गा के भक्तों के लिए नवरात्रि व्रत का विशेष महत्व है। इस दौरान व्रत के नियमों का पालन करना जरूरी माना जाता है, वरना व्रत खंडित हो सकता है। ऐसा ही एक नियम है नमक का सेवन। नवरात्रि व्रत में सामान्य नमक खाना वर्जित है, लेकिन सेंधा नमक का उपयोग किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि व्रत में सेंधा नमक ही क्यों खाया जाता है और इसके पीछे धार्मिक व स्वास्थ्य कारण क्या हैं।
धार्मिक कारण :
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, सेंधा नमक शुद्ध और प्राकृतिक होता है, जिसमें कोई केमिकल या अशुद्धि नहीं होती। यह मिनरल्स से भरपूर होता है, इसलिए इसका सेवन व्रत को खंडित नहीं करता। वहीं, सामान्य नमक कई केमिकल प्रक्रियाओं से गुजरकर तैयार होता है, जो व्रत के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता।
सेंधा नमक के 5 स्वास्थ्य लाभ :
- इम्यूनिटी बढ़ाए : सेंधा नमक में जिंक, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो इम्यूनिटी को मजबूत करते हैं और शरीर को संक्रमण से बचाते हैं।
- मिनरल्स से भरपूर : इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम जैसे जरूरी मिनरल्स होते हैं, जो व्रत के दौरान शरीर को संतुलित और ऊर्जावान रखते हैं।
- पचाने में आसान : सेंधा नमक साबूदाना, कुट्टू का आटा, फल और मेवों को आसानी से पचाने में मदद करता है और सात्विक भोजन का स्वाद बढ़ाता है।
- इलेक्ट्रोलाइट संतुलन : इसमें सोडियम कम और पोटैशियम ज्यादा होता है, जो इलेक्ट्रोलाइट्स को संतुलित रखता है। यह हृदय और ब्लड प्रेशर के लिए भी फायदेमंद है।
- शरीर को ठंडा रखे : आयुर्वेद के अनुसार, सेंधा नमक की तासीर ठंडी होती है, जो शरीर को अंदर से ठंडक देता है, जबकि सामान्य नमक की तासीर गर्म होती है।
नवरात्रि के दौरान सेंधा नमक का उपयोग न केवल धार्मिक रूप से शुद्ध माना जाता है, बल्कि यह स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी है।
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