
Johar Live Desk : शारदीय नवरात्रि का शुभारंभ इस साल 22 सितंबर, सोमवार से होगा। आमतौर पर यह पर्व आश्विन माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि से शुरू होता है, लेकिन इस बार 21 और 22 सितंबर दोनों दिन प्रतिपदा तिथि होने के कारण लोगों में भ्रम की स्थिति बनी हुई थी।
क्यों तय हुआ 22 सितंबर नवरात्रि का पहला दिन?
वाराणसी के संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के ज्योतिषाचार्य पंडित अनुराग तिवारी के अनुसार, नवरात्रि व्रत उदयातिथि (सूर्योदय के समय की तिथि) पर आधारित होता है।
- 21 सितंबर को सूर्योदय के समय अमावस्या रहेगी।
- 22 सितंबर को सूर्योदय के समय शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा रहेगी।
इस आधार पर शारदीय नवरात्रि का पहला दिन 22 सितंबर को ही माना जाएगा।
नवरात्रि में 10 दिन तक पूजा
इस बार नवरात्रि 10 दिनों तक चलेगी और 11वें दिन विजयादशमी (दुर्गा विसर्जन) होगा। पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा का विधान है।
कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त
नवरात्रि की शुरुआत कलश स्थापना से होती है। इस साल कलश स्थापना के लिए तीन शुभ मुहूर्त मिल रहे हैं:
- सुबह : 6:19 AM से 7:49 AM
- दूसरा मुहूर्त : 9:14 AM से 10:45 AM
- सबसे उत्तम (अभिजीत मुहूर्त) : 11:55 AM से 12:43 PM
अभिजीत मुहूर्त को सबसे शुभ और सिद्ध समय माना जाता है।
नक्षत्र और योग का विशेष संयोग
इस बार नवरात्रि की शुरुआत शुक्ल योग में होगी, जो पूरे दिन को शुभ और मंगलकारी बना रहा है।
- सुबह 11:24 बजे तक रहेगा उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र
- इसके बाद शुरू होगा हस्त नक्षत्र
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, यह संयोग नवरात्रि के आरंभ को अत्यंत शुभ और फलदायी बनाता है।
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