Jamshedpur: जमशेदपुर में विश्व हाथी दिवस पर बिष्टुपुर स्थित एक होटल में वन विभाग ने एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की। कार्यक्रम में अधिकारियों, वनकर्मियों, वन रक्षकों और स्कूली बच्चों ने भाग लिया। इस दौरान स्मारिका का विमोचन हुआ और हाथियों के बचाव के लिए एक विशेष वैन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
वन अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष भी जिले में हाथियों के लिए दो लाख बांस के पौधे लगाए जाएंगे, क्योंकि बांस उनका पसंदीदा भोजन है। पिछले वर्ष भी पूरे सिंहभूम क्षेत्र में इतने ही बांस लगाए गए थे, जिसमें पूर्वी सिंहभूम के चाकुलिया को प्राथमिकता दी गई थी।
क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक स्मृति पंकज ने कहा कि हाथी सामान्यतः 20–25 के झुंड में चलते हैं और अपने तय रास्तों पर बने रहते हैं, इसलिए जंगल का सुरक्षित रहना आवश्यक है। उन्होंने जमशेदपुर के डीएफओ सबा आलम की सराहना करते हुए कहा कि हाथियों के लिए पानी और सुरक्षा की पर्याप्त व्यवस्था की गई है। साथ ही बताया कि एक वयस्क हाथी का वजन 4,000 से 5,000 किलो तक होता है और वह प्रतिदिन लगभग 70 किलोमीटर चलता है। रेलवे पटरियों पर होने वाली दुर्घटनाओं पर भी चिंता जताई गई।
वन पदाधिकारी अशोक कुमार ने कहा कि जिले में हाथियों की संख्या में वृद्धि हुई है और उनकी सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है। बीमार या घायल हाथियों के इलाज के लिए वन विभाग को एक विशेष वाहन उपलब्ध कराया गया है। उन्होंने लोगों से हाथियों की सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने की अपील की।