Jamtara: जामताड़ा स्थित संत एंथोनी विद्यालय में मंगलवार को समाज सुधारक, शिक्षाविद और नारी शिक्षा के प्रेरणास्रोत पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर की 134वीं पुण्यतिथि श्रद्धा और सम्मान के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की शुरुआत उनके चित्र पर माल्यार्पण से हुई, जिसके बाद विद्यालय परिवार ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर विद्यार्थियों ने उनके जीवन दर्शन, शिक्षा में योगदान और सामाजिक सुधार कार्यों पर भाषण और कविता पाठ प्रस्तुत किए। कार्यक्रम के दौरान मुख्य संरक्षक डॉ. दुर्गा दास भंडारी ने कहा कि विद्यासागर जी का जीवन संघर्ष, सेवा और समर्पण का प्रतीक है। उनके आदर्शों पर चलकर ही एक शिक्षित और समानता आधारित समाज का निर्माण संभव है।
विद्यालय के निदेशक डॉ. चंचल भंडारी ने कहा कि पंडित ईश्वर चंद्र विद्यासागर न सिर्फ महान शिक्षाविद थे, बल्कि एक दूरदर्शी समाज सुधारक भी थे। स्त्री शिक्षा, विधवा पुनर्विवाह और सामाजिक कुरीतियों के उन्मूलन के क्षेत्र में उनका योगदान भारतीय इतिहास में अमिट है। उनका जीवन आज भी प्रेरणा का स्रोत बना हुआ है।
समारोह के अंत में प्राचार्य अरूप कुमार यादव ने सभी उपस्थित लोगों को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजनों से विद्यार्थियों में राष्ट्रीय चेतना, सामाजिक जिम्मेदारी और नैतिक मूल्यों के प्रति सजगता उत्पन्न होती है। पंडित विद्यासागर के आदर्श सदैव मार्गदर्शन करते रहेंगे।
कार्यक्रम में उप-प्राचार्य लारेब खान, शिक्षक निवास कुमार, उत्पल मंडल, दीनबंधु सिंह, समीर दत्त समेत कई शिक्षक-शिक्षिकाएं और सैकड़ों विद्यार्थी उपस्थित थे।